नयी दिल्ली, 28 जनवरी (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार के समय शुरू की गई ‘लाडली’ योजना को आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार में रोक दिया गया और लाभार्थियों को 618 करोड़ रुपये की अदायगी नहीं की गई।
आप ने माकन के आरोपों को खारिज किया है।
माकन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शीला दीक्षित जी ने लिंग अनुपात को बराबर रखने और बेटियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दिल्ली में एक जनवरी, 2008 को लाडली योजना की शुरुआत की। लाडली योजना में घर में पैदा होने वाली बेटी को 10 हजार रुपये और अस्पताल में पैदा होने वाली बेटी को 11 हजार रुपये सरकार देती थी। पहली कक्षा में 5000 रुपये, छठी कक्षा में 5000 रुपये, 9वी में 5000 रुपये, 10वी पास करने पर 5000 रुपये और 12वीं कक्षा में पहुंचने 5000 रुपये और 18 वर्ष की आयु में 1 लाख रुपये दिए जाते थे।’’
उन्होंने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की ‘रिपोर्ट’ का हवाला देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार लाडली योजना को लागू नही कर पाई ।
माकन ने कहा, ‘कैग की रिपोर्ट के अनुसार, 2008-09 में जब योजना शुरू की गई थी, तब कुल 20,242 बेटियों का पंजीकरण हुआ था। यह जन्म के समय पंजीकरण के तहत किया गया था। 2009-10 में यह संख्या बढ़कर 23,871 हो गई। हालांकि, 2020-21 में पंजीकरण घटकर 3,153 रह गया है।’ उन्होंने कहा कि इसमें 700 प्रतिशत की गिरावट आई है।
उन्होंने कहा कि जब यह योजना शुरू हुई थी, तब इसके दो भाग थे। पहले में लड़की के जन्म के समय पंजीकरण के बाद पैसा दिया जाता था और दूसरा था कि अगर जन्म के समय पंजीकरण नहीं हुआ, तो बाद में (पंजीकरण) किया जा सकता था।
माकन ने आरोप लगाया, ‘सरकार ने इस योजना के लिए कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया है और न ही कोई कार्रवाई की है।’
माकन ने आरोप लगाया, ‘सरकार महिलाओं को 2,100 रुपये देने का वादा कर रही है, लेकिन लड़कियों के लिए बनाई गई योजना को लागू नहीं कर रही है।’
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