नई दिल्ली: टमाटर के दामों ने पिछले दिनों नई ऊंचाइयों को छुआ था। उम्रदराज लोग भी मानते है कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में इतना महँगा टमाटर नहीं खाया था जितना टमाटर का भाव जून-जुलाई और अगस्त में देखा गया। हालाँकि एक रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अब टमाटर के दामों में लगी आग ठंडी हो रही है यानी दाम नीचे आ रहे है। (Aaj Ka Tamatar Ka Bhav) पिछले हफ्ते देश के जिन इलाको में टमाटर दो सौ से ढाई सौ रुपये प्रति किलो बिक रहे थे वह अब टमाटर सौ रुपये प्रति किलो के दाम पर उपलब्ध है। इसकी वजह है आवक का बढ़ना। लेकिन इससे अलग एक और खबर सामने आ रही है। यह खबर भी खाने के सामान और उसके कीमतों से जुड़ी है।
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दरअसल एक मिडिया रिपोर्ट में दवा किया गया है कि, आपूर्ति और मांग में अंतर के कारण अगस्त के अंत तक प्याज की कीमतों में उछाल आ सकता है। रिपोर्ट में अपनी फील्ड रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि सितंबर महीने में खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें बढ़कर 60-70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती हैं। क्रिसिल की रिपोर्ट में बताया गया है कि प्याज की ऊंची कीमत के बावजूद, 2020 की तुलना में कीमत कम रहेगी, जब कोटेशन में तेज उछाल आया था।
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रिपोर्ट के मुताबिक, रबी सीजन में पैदा होने वाले प्याज की शेल्फ लाइफ 1-2 महीने से भी कम होती है और इस साल फरवरी-मार्च में जबरदस्त बिक्री के कारण अगस्त-सितंबर में खुले बाजार में प्याज का स्टॉक घट जाएगा। (Aaj Ka Tamatar Ka Bhav) इस दौरान मांग और आपूर्ति में बेमेल देखने को मिल सकता है।