Aadhaar-Voter Card Linking: आधार-मतदाता पत्र लिंकिंग.. राहुल गांधी ने किया CEC से आग्रह, ‘कोई भी भारतीय न रह जाये मतदान से वंचित’

आयोग ने बयान में कहा कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार मतदान का अधिकार केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जा सकता है, जबकि आधार कार्ड केवल किसी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने का माध्यम है।

  •  
  • Publish Date - March 18, 2025 / 11:47 PM IST,
    Updated On - March 18, 2025 / 11:47 PM IST
Aadhaar-Voter Card Linking Latest Update and News,

Aadhaar-Voter Card Linking Latest Update and News || Image- ANI News File

HIGHLIGHTS
  • राहुल गांधी की चुनाव आयोग से अपील – आधार-मतदाता पहचान पत्र लिंकिंग में किसी भी नागरिक का मताधिकार प्रभावित नहीं होना चाहिए।
  • चुनाव आयोग की अहम बैठक – आधार से वोटर आईडी जोड़ने के मुद्दे पर तकनीकी विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों संग चर्चा हुई।
  • आधार सिर्फ पहचान का प्रमाण – चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि आधार नागरिकता का प्रमाण नहीं, सिर्फ पहचान का माध्यम है।

Aadhaar-Voter Card Linking Latest Update and News: नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को भारत के चुनाव आयोग से आग्रह किया कि आधार को मतदाता पहचान पत्र से जोड़ने की प्रक्रिया में कोई भी भारतीय अपने मताधिकार से वंचित न हो। उन्होंने चुनाव आयोग से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि इस प्रक्रिया में गोपनीयता से जुड़ी चिंताओं को दूर किया जाए। कांग्रेस नेता ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि चुनाव आयोग को महाराष्ट्र 2024 विधानसभा और लोकसभा चुनावों की पूरी मतदाता सूची सार्वजनिक करनी चाहिए, ताकि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने से संबंधित मुद्दों का समाधान हो सके।

Read More: छत्तीसगढ़ में 2615 डीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों की नियुक्ति, जारी की गई स्कूल आवंटन की सूची … देखें

राहुल गांधी का ‘एक्स’ पोस्ट

राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि भारत के चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि वह आधार को मतदाता पहचान पत्रों से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल लंबे समय से मतदाता सूची में अनियमितताओं की ओर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसमें असामान्य रूप से बड़ी संख्या में नाम जोड़ने, अप्रत्याशित रूप से नाम हटाने और डुप्लिकेट मतदाता पहचान पत्र शामिल हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि आधार लिंकिंग से डुप्लिकेट पहचान पत्र की समस्या हल हो सकती है, लेकिन सबसे गरीब और हाशिए पर रहने वाले नागरिकों को इस प्रक्रिया में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि किसी भी भारतीय नागरिक को अपने वोटिंग अधिकार से वंचित नहीं किया जाना चाहिए और गोपनीयता संबंधी चिंताओं का समाधान किया जाना चाहिए।

Aadhaar-Voter Card Linking Latest Update and News: इससे पहले दिन में, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में भारतीय चुनाव आयोग ने वोटर आईडी (EPIC) को आधार से जोड़ने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी के साथ-साथ केंद्रीय गृह सचिव, विधायी विभाग के सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव, यूआईडीएआई (UIDAI) के सीईओ और चुनाव आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया।

आधार केवल पहचान का प्रमाण है, नागरिकता का नहीं

चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया भारतीय संविधान के अनुच्छेद 326 और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के प्रासंगिक प्रावधानों के अनुसार पूरी की जाएगी। आयोग ने सर्वोच्च न्यायालय के एक फैसले के अनुरूप यह भी स्पष्ट किया कि आधार केवल पहचान का प्रमाण है, नागरिकता का नहीं। इस विषय पर जल्द ही यूआईडीएआई और चुनाव आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों के बीच परामर्श शुरू होगा, ताकि प्रक्रिया को सुचारु रूप से लागू किया जा सके।

Read Also: Chhattisgarh News: सुकमा के ग्रामीणों ने पहली बार किया राजधानी रायपुर का भ्रमण, विधानसभा कार्यवाही देखकर हुए उत्साहित 

Aadhaar-Voter Card Linking Latest Update and News: आयोग ने बयान में कहा कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार मतदान का अधिकार केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जा सकता है, जबकि आधार कार्ड केवल किसी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने का माध्यम है। इसलिए, यह निर्णय लिया गया कि ईपीआईसी को आधार से जोड़ने की प्रक्रिया संविधान के अनुच्छेद 326, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 23(4), 23(5) और 23(6) के तहत और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुरूप की जाएगी। इस दिशा में जल्द ही यूआईडीएआई और चुनाव आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों के बीच परामर्श शुरू किया जाएगा, ताकि प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके।

आधार को वोटर आईडी से लिंक करना अनिवार्य है या नहीं?

नहीं, यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है। चुनाव आयोग ने आधार लिंकिंग को अनिवार्य नहीं बनाया है।

आधार लिंक करने से वोटिंग अधिकार पर क्या असर पड़ेगा?

चुनाव आयोग ने कहा है कि किसी भी नागरिक को आधार न होने के कारण वोटिंग अधिकार से वंचित नहीं किया जाएगा।

आधार को वोटर कार्ड से जोड़ने का क्या उद्देश्य है?

इसका मुख्य उद्देश्य डुप्लिकेट और फर्जी वोटर आईडी को हटाना और मतदाता सूची को अधिक पारदर्शी बनाना है।

क्या आधार लिंक करने से नागरिकता साबित होगी?

नहीं, आधार केवल पहचान का प्रमाण है, नागरिकता का प्रमाण नहीं।

कैसे जांचें कि आपका वोटर आईडी आधार से लिंक है या नहीं?

इसे चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट या मतदाता सेवा पोर्टल (NVSP) पर जाकर जांचा जा सकता है।