नई दिल्ली। मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी का फैसला लिया था। जिसके बाद सरकार ने बाजार में 1 हजार के नोटों को बंद कर दो हजार के नए नोट बाजार में उतारे हैं। अब खबर है कि नए दो हजार के नोटों से ही फर्जीवाड़े का खेल हो रहा है।
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नकली नोटों को बाजार में उतारने का सबसे ज्यादा मामला गुजरात में सामने आया है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों की ओर नजर डाले तो अब तक नकली नोटों के मामले में दो हजार के नोटों की 56 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
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आंकड़ों के अनुसार साल 2017-2018 में कुल 46.06 करोड़ कीमत के नकली नोट पकड़े गए। इसमें दो हजार के नोटों की हिस्सेदारी 2017 में 53.3 प्रतिशत और 2018 में बढ़कर 61.1 प्रतिशत हो गई। बता दें कि मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान किया था। सरकार ने नोटबंदी की वजह भ्रष्टाचार पर लगाम लागने काले धन को वापस लाने की मुहिम बताया था।
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बता दें कि 2000 के नए नोट में बायीं ओर कोड में दो हजार लिखा है। नीचे की ओर बायीं तरफ दो हजार की ताजा तस्वीर। वहीं दो हजार देवनागरी फांट में लिखा है। नोट के मध्य में महात्मा गांधी का चित्रांकन है। सूक्ष्म शब्दों में भारत और इंडिया लिखा गया है। इसके साथ ही आरबीआइ का कलर कोड है, जो नोट को झुकाने पर हरे से नीला होता है। आरबीआइ के विवरण के नीचे गवर्नर के हस्ताक्षर है।
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