नयी दिल्ली, 10 सितंबर (भाषा) स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राष्ट्र को एकजुट करने के मिशन में महत्वपूर्ण रही महात्मा गांधी की प्रसिद्ध रेल यात्राओं के प्रतीक- रेलवे के उस कोच (डिब्बा) का बुधवार को यहां राजघाट स्थित गांधी दर्शन में अनावरण किया जाएगा जिसका ‘‘बहुत सावधानी से जीर्णोद्धार’’ किया गया है।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत राजघाट स्थित गांधी दर्शन पर महात्मा गांधी को समर्पित इस विशेष रेलवे कोच का उद्घाटन करेंगे।
संस्कृति मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘यह रेलवे कोच महात्मा गांधी के युग का है जिसका सावधानीपूर्वक जीर्णोद्धार किया गया है। यह उनकी प्रसिद्ध ट्रेन यात्राओं का प्रतीक है, जो उन्होंने राष्ट्र को एकजुट करने और न्याय और समानता का प्रचार करने में की।’’
इसने कहा कि संपूर्ण भारत में महात्मा गांधी की तीसरी श्रेणी के रेलवे डिब्बों में की गई शुरुआती यात्राएं भारत के बारे में उनकी समझ और एकजुट राष्ट्र के उनके दृष्टिकोण को आकार देने में महत्वपूर्ण थीं।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘इन यात्राओं ने गांधी जी के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उन्हें जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से जुड़ने, उनके संघर्षों को समझने और सामूहिक शक्ति की आवश्यकता को महसूस करते हुए सत्य, अहिंसा और सामाजिक न्याय के अपने दर्शन को विकसित करने और उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्र को एकजुट करने में मदद मिली।’’
इसने कहा कि इस प्रकार रेलवे एकजुट, समावेशी भारत का ताना-बाना बुनने के उनके मिशन में एक महत्वपूर्ण उपकरण बन गया।
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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