Virat Kohli Duplicate at Bangladesh Protest : ढाका। बांग्लादेश में हिंसा के बीच शेख हसीना ने 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर अपने देश को छोड़ दिया है। वहीं इस समय भी हालात कुछ ठीक नहीं है। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास में घुसकर जमकर लूटपात मचाई। जिसके बाद आर्मी चीफ ने बयान देकर कहा कि देश की कमान अब सेना के हाथ में है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने पर मंथन किया जा रहा है। बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों की जश्न और अराजकता की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तैरने लगीं हैं।
Virat Kohli Duplicate at Bangladesh Protest : बता दें कि बांग्लादेश के हालात अभी भी स्थिर नहीं हुए है। राजधानी ढाका की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों को जमावड़ा अभी भी देखा जा रहा है। इस बीच, एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है जिसे देख हर भारतीय हैरानी में पड़ा हुआ है। इस तस्वीर को देखने के बाद ऐसा लग रहा है कि खुद विराट कोहली ढाका की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन बता दें कि इस तस्वीर में जो शख्स देखा जा रहा है वह हुबहू विराटा कोहली जैसा लग रहा है। इस तस्वीर में शख्स ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टोपी पहन रखी थी। कुछ लोग उसे कंधों पर उठाए हुए थे और वह कंधों पर नाचता हुआ नजर आ रहा था। यह क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब विराट कोहली के हमशक्ल का वीडियो वायरल हुआ हो। जनवरी में अयोध्या में एक और विराट कोहली के हमशक्ल का वीडियो वायरल हुआ था। हूबहू किंग कोहली की तरह दिखने वाले शख्स ने सभी को धोखा दे दिया था। फैंस ने उसके साथ सेल्फी लेने के लिए उसे घेर लिया और पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
King Kohli joins the victory celebration at the streets of Chattogram, #Bangladesh pic.twitter.com/zxl5opkbEq — Zeyy (@zeyroxxie) August 5, 2024
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अंतरिम सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो चुकी है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है। देश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन की अध्यक्षता में बंगा भवन (राष्ट्रपति भवन) में एक बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। बैठक में आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्र नेताओं के साथ-साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हुए।