आरजी कर मामले में सुनवाई से एक दिन पहले चिकित्सकों ने सुरक्षा की मांग को लेकर रैली निकाली |

आरजी कर मामले में सुनवाई से एक दिन पहले चिकित्सकों ने सुरक्षा की मांग को लेकर रैली निकाली

आरजी कर मामले में सुनवाई से एक दिन पहले चिकित्सकों ने सुरक्षा की मांग को लेकर रैली निकाली

:   Modified Date:  September 29, 2024 / 09:20 PM IST, Published Date : September 29, 2024/9:20 pm IST

कोलकाता, 29 सितंबर (भाषा) विभिन्न सरकारी अस्पतालों के कनिष्ठ चिकित्सकों ने आम लोगों के साथ रविवार को शहर भर में रैली निकाली और आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक की हत्या के मामले में न्याय तथा कार्यस्थलों पर सुरक्षा की मांग की।

यह रैली उच्चतम न्यायालय में स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक के कथित बलात्कार-हत्या मामले की सुनवाई से एक दिन पहले निकाली गयी।

रैली आरजी कर अस्पताल, सगोर दत्ता अस्पताल, एसएसकेएम अस्पताल, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और दक्षिण कोलकाता के जादवपुर से निकाली गईं। रैली में भाग लेते हुए, चिकित्सकों और समुदाय के सदस्यों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग की और राज्य सरकार संचालित अस्पतालों में चिकित्सा कर्मचारियों की सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

कनिष्ठ चिकित्सकों ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय की सुनवाई से पहले लोगों से एकजुटता दिखाने के लिए राज्य भर में विरोध रैली आयोजित करने का 27 सितंबर को आग्रह किया था। एक महीने के आंदोलन के बाद काम पर वापस लौटने के बाद, कनिष्ठ चिकित्सकों ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेजों में पूरी तरह से काम बंद करने पर विचार करने की मंशा जताई, जो आगामी अदालती कार्यवाही के दौरान उनकी सुरक्षा के संबंध में राज्य सरकार के आश्वासन पर निर्भर है।

रविवार शाम को कॉलेज ऑफ मेडिसिन और सागर दत्ता अस्पताल के चिकित्सकों ने शुक्रवार रात एक मरीज की मौत के बाद बाहरी लोगों द्वारा किए गए हमले के विरोध में मशाल और मोमबत्ती मार्च निकाला। घटना के बाद से ही कनिष्ठ चिकित्सक हड़ताल पर चले गए हैं और उचित सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।

कोलकाता के बाहरी इलाके में स्थित सागर दत्ता अस्पताल से डनलप क्रॉसिंग तक मार्च करते हुए विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लोग मोमबत्तियां और मशालें थामे हुए थे। कनिष्ठ चिकित्सकों ने ‘सुरक्षा नहीं तो काम नहीं’ लिखे बैनर ले रखे थे।

सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद तीन चिकित्सकों और तीन नर्स पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिसके बाद चिकित्सकों ने दावा किया कि इन हमलों से यह प्रदर्शित होता है कि सरकार वादा किए गए सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है।

कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने उच्चतम न्यायालय की सुनवाई से पहले रविवार दोपहर को सुरक्षा उपायों का आकलन करने के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों से बातचीत की और अस्पताल के आपातकालीन विभाग का दौरा किया।

भाषा आशीष प्रशांत

प्रशांत

 

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