दिल्ली के चिड़ियाघर में एशियाई शेरनी के एक शावक की मौत, एक अन्य पशुचिकित्सक की निगरानी में
दिल्ली के चिड़ियाघर में एशियाई शेरनी के एक शावक की मौत, एक अन्य पशुचिकित्सक की निगरानी में
नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के चिड़ियाघर में एशियाई शेरनी के रविवार की सुबह जन्मे चार शावकों में से एक की मौत हो गयी जबकि एक अन्य खराब स्वास्थ्य के चलते पशुचिकित्सकों की निगरानी में है। चिड़ियाघर के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पांच वर्षीय शेरनी महागौरी और उसके शावक 24 घंटे की निगरानी में थे क्योंकि स्थिति गंभीर थी। महागौरी का यह पहला प्रसव था।
चिड़ियाघर के अधिकारियों के अनुसार, इनमें से एक शावक का विकास ठीक से नहीं हो पाया था और सोमवार को उसकी मौत हो गई। शाम को एक और शावक में कमजोरी के लक्षण दिखे तथा तत्काल उसे चिड़ियाघर के अस्पताल ले जाया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘शावक को इन जानवरों के शिशुओं के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया दूध दिया जा रहा है और उसे पशु चिकित्सकों की कड़ी निगरानी में रखा गया है। उपचार का उस पर असर हो रहा है।’’
चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार का कहना है कि शेष दो शावक फिलहाल शेरनी के साथ हैं और स्वस्थ बताये जा रहे हैं। उनकी सेहत सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी से लगातार उनकी निगरानी की जा रही है।
महागौरी और उसके शावकों के पिता महेश्वर को 2021 में गुजरात के जूनागढ़ से दिल्ली के इस राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में लाया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार का प्रसव दिल्ली चिड़ियाघर में 2009 के बाद एशियाई शेरों का पहला सफल प्रजनन है। यह प्रजाति अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) की संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में ‘संकटग्रस्त’ के रूप में दर्ज है।
दिल्ली के चिड़ियाघर में पिछली बार एक शेरनी ने मई, 2009 में दो शावकों को जन्म दिया था।
एशियाई शेरों को 2008 में आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में ‘गंभीर रूप से संकटग्रस्त’ श्रेणी से निकालकर ‘संकटग्रस्त’ श्रेणी में शामिल किया गया था, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में संरक्षण प्रयासों के आधार पर उनकी संख्या में वृद्धि हुई थी।
भाषा राजकुमार मनीषा
मनीषा

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