(किशोर द्विवेदी)
नोएडा (उप्र), 24 सितंबर (भाषा) देश में साइबर अपराध के केंद्र के रूप में कुख्यात झारखंड के जामताड़ा एवं हरियाणा के नूंह का स्थान अब राजस्थान के भरतपुर और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले ने ले लिया है। यह दावा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में शुरू स्टार्टअप ने अपने अध्ययन में किया है।
अध्ययन के मुताबिक शीर्ष 10 जिले से देश में 80 प्रतिशत साइबर अपराध होते हैं।
आईआईटी-कानपुर में स्थापित एक गैर-लाभकारी स्टार्टअप, फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन (एफसीआरएफ) ने अपने नवीनतम अध्ययन पत्र ‘ए डीप डाइव इनटू साइबर क्राइम ट्रेंड्स इम्पैक्टिंग इंडिया’ में इन निष्कर्षों का उल्लेख किया है।
एफसीआरएफ ने दावा किया कि भरतपुर (18 प्रतिशत), मथुरा (12 प्रतिशत), नूंह (11 प्रतिशत), देवघर (10 प्रतिशत), जामताड़ा (9.6 प्रतिशत), गुरुग्राम (8.1 प्रतिशत), अलवर (5.1 प्रतिशत), बोकारो (2.4 प्रतिशत), कर्मा टांड (2.4 प्रतिशत) और गिरिडीह (2.3 प्रतिशत) भारत में साइबर अपराध के मामलों में शीर्ष पर हैं जहां से सामूहिक रूप से 80 प्रतिशत साइबर अपराधों को अंजाम दिया जाता है।
एफसीआरएफ के सह संस्थापक हर्षवर्धन सिंह ने बताया, ‘‘हमारा विश्लेषण भारत के 10 जिलों पर केंद्रित था जहां से सबसे अधिक साइबर अपराध को अंजाम दिया जाता है। जैसा कि श्वेत पत्र में पहचान की गई है, इन जिलों में साइबर अपराध के प्रमुख कारकों को समझना प्रभावी रोकथाम और खत्म करने की रणनीति तैयार करने के लिए आवश्यक है।’’
भाषा धीरज रंजन
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