50-50 फॉर्मूले पर अड़ी थी बीजेपी और महाराष्ट्र में बन गई कॉग्रेस-एनसीपी की सरकार

50-50 फॉर्मूले पर अड़ी थी बीजेपी और महाराष्ट्र में बन गई कॉग्रेस-एनसीपी की सरकार

  •  
  • Publish Date - October 29, 2019 / 11:59 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:56 PM IST

मुंबई। महाराष्‍ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच खींचतान शुरू है। बीजेपी के सामने शिवसेना 50-50 के फॉर्मूला अपनाने की मांग कर रही है लेकिन भाजपा इसे मानने को तैयार नही है। महाराष्ट्र की सत्ता में 50-50 का फॉर्मूला 1999 में बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे ने दिया था, मगर तब शिवसेना राजी नहीं हुई थी। ऐसे में ही भाजपा और शिवसेना की गठबंधन सरकार नहीं बन पाई थी। और यह मौका कांग्रेस एनसीपी के हांथ लगा था।

यह भी पढ़ें — 50-50 फॉर्मूले को फडणवीस ने नकारा, कहा- पांच साल के लिए मैं ही बनूं…

इस बार 50-50 की यह शर्त शिवसेना की ओर से रखी जा रही और अब बीजेपी इस पर सहमत नहीं दिख रही है।शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद ही बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाई है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने साफ कहा कि ‘लोकसभा चुनाव में अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ जो तय हुआ था, उससे न कम और न ज्यादा चाहिए। उससे एक कण भी अधिक मुझे नहीं चाहिए।’ यानी, ढाई साल सीएम का पद उनके पास और ढाई साल बीजेपी के पास रहे।

यह भी पढ़ें — मां के एक्सीडेंट की झूठी खबर पर मठ से साध्वी को ले गए 4 बदमाश, सूनस…

दरअसल 1999 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। महाराष्ट्र की 288 सीटों में से कांग्रेस को 75, एनसीपी 58, शिवसेना को 69, बीजेपी को 56, निर्दलीय 12 और अन्य को 18 सीटें मिली थी। ऐसे में बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे ने 1999 में बीजेपी सामने 50-50 का फॉर्मूला रखा था, जिस पर शिवसेना राजी नहीं हुई थी। इसके चलते वह सरकार नहीं बना सके और कांग्रेस और एनसीपी ने मिलकर सत्ता पर काबिज हुए थे और विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री बने थे। ठीक 20 साल बाद कहीं उसी घटना की पुनरावृति न हो जाए।

यह भी पढ़ें —महाराष्ट्र में सरकार बनाने भाजपा ने तैयार किया ‘प्लान बी’, बीजेपी का दावा संप…