rat murder case in uttar pradesh : बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं में हुई चूहे की हत्या के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। इस मामले में 30 पन्नों की चार्जशीट लगाई गई है। कानून के जानकार चार्जशीट पर मंथन कर रहे हैं। इस तरह का यह पहला मामला है, जिसमें एफआईआर दर्ज हुई और चार्जशीट भी दाखिल की गई। घटना के बाद चूहे की मौत का कारण जानने के लिए उसका पोस्टमार्टम कराया गया तो 225 रुपए में पोस्टमार्टम हुआ था। उसका शव एसी गाड़ी से बरेली ले लाया गया था।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से नया खुलासा हुआ है। बरेली के आईवीआरआई में वैज्ञानिकों ने चूहे का पोस्टमॉर्टम किया,जिसमें बताया गया कि चूहे की मौत नाली के पानी में डूबने से नहीं बल्कि दम घुटने से हुई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि और चूहे के फेफड़े और लीवर पहले से ही काफी खराब थे, जिसकी वजह से चूहे का ज्यादा समय तक जिंदा रह पाना नामुमकिन था।
इस बारे में आईवीआरआई के जांइ्ट डायरेक्टर डॉ. केपी सिंह ने आगे बताया कि पोस्टमार्टम में देखा पाया गया कि चूहे के फेफड़े फूले हुए थे और उसके लीवर में भी कुछ दिक्कत थी। इसके बाद फेफड़ों की माइक्रो स्कोपीलॉजी जांच कराई गई। माइक्रोस्कोपिक जांच में उनको फेफड़ों में नाली के पानी की कोई गंदगी नहीं मिली, लेकिन लंग्स की मांसपेशियां काफी फटी हुईं थीं। मरने के दौरान कोई भी जानवर या इंसान जोर जोर से सांस लेता है तो वह फट जाती हैं। दूसरा उसके लीवर में पहले से इंफेक्शन था।
rat murder case in uttar pradesh : बता दें कि नवंबर 2022 मेें सदर कोतवाली क्षेत्र के पनबड़िया के पास रहने वाले मनोज कुमार ने पत्थर बांधकर चूहे को नाले में कई बार बार डुबोया था, इससे चूहे की मौत हो गई थी। मनोज जब चूहे को मार रहा था तो उसी दौरान पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा वहां से गुजर रहे थे।
विकेंद्र ने नाराजगी जाहिर की तो मनोज से कहासुनी हो गई। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और पशु प्रेमी ने आरोपी मनोज पर एफआईआर दर्ज कराने को तहरीर दी। पुलिस ने चूहे को मौके से बरामद किया, हालांकि तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद चूहे का पोस्टमार्टम कराया गया।
बीते साल 25 नवंबर को चूहे का शव पोस्टमार्टम के लिए बरेली के आईवीआरआई ले जाया गया तो उसका शव खराब न हो इसके लिए एसी कार का इस्तेमाल किया गया था। विकेंद्र बताते हैं कि एसी कार से उसको बरेली ले जाया गया, जहां 225 रुपये की पोस्टमार्टम कराने के लिए रसीद भी कटवानी पड़ी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई तय की थी। पुलिस को भी 30 पन्नों की चार्जशीट तैयार करने में चार से पांच हजार रुपये खर्च करने पड़े हैं।