रायपुर: भारत में हुए सबसे बड़े आतंकी हमला 26/11 मुंबई हमले की आज 15वीं बरसी है। यह वह वक़्त का था जब पाक परस्त आतंकियों ने देश के दिल को गोलियों से छलनी कर दिया था। इस दुर्दांत आतंकी हमले में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों समेत करीब 200 निर्दोषों ने अपनी जान गंवाई थी। इस हमले के दौरान ही एक आतंकी अजमल आमिर कसाब नाम का आतंकी जिन्दा पकड़ा गया था। जिसे 2011 में फांसी दे दी गई।
वही कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाने में जिस लड़की ने अहम् भूमिका निभाई थी उसका नाम है देविका रोटवान। देविका ने उस भयानक मंजर को अपनी आँखों से देखा था। रोटवान परिवार की बेटी देविका रोटवान वही लड़की है जिसने चाँद कदम दूर से कसाब को गोलियां बरसाते हुए देखा था। कसाब ने उसपर भी गोलियां बरसाई थी लेकिन खुशनसीबी ऐसी रही कि वह बच गई। वही बाद में कसाब को फांसी के फंदे तक पहुँचाने और उसे उसके किये की सजा दिलाने में देविका ने अहम् भूमिका निभाई। (Devika Rotawan 26/11 Victim In Raipur) देविका की गवाही के बाद ही कसाब को देश की अदालत ने सैकड़ो मासूमों का कातिल माना था और उसे सजा-ए-मौत दी थी। हमरे रिपोर्टर संदीप शुक्ला ने रोटवान परिवार से बातचीत की और उस पूरे मंजर के बाद के हालात को जानने कि कोशिश की। देखें पूरे बातचीत..