नई दिल्ली – माता-पिता की डांट से परेशान होकर 13 साल की नाबालिग अपने प्रेमी के साथ 10 महीने पहले घर छोंडकर भाग गयी थी. जिसके बाद नाबालिग के माता-पिता ने उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने लापता बच्ची को तमिलनाडु के कोयंबटूर से सही सलामत खोज निकाला है.>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<<
क्राइम ब्रांच की एएचटीयू ने की मामले की जांच
पुलिस उपायुक्त विचित्रवीर सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि नाबालिग पिछले साल 12 अक्टूबर, 2021 को दिल्ली के फतेहपुर बेरी से लापता हुई थी. जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया था. बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट ने जून में एक रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को मामले की जांच करने के लिए ट्रांसफर कर दी थी. जिसके बाद पुलिस की टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की गई.
Read More : पहले क्रूरता से किया बलात्कार, हो गई गर्भवती तो फिर दरिंदों ने किया ये काम…
18 दिनों के अंदर मिली नाबालिग
बता दें कि टीम गठित होने के 18 दिनों के अंदर ही मैनुअल और तकनीकी निगरानी ने लड़की के स्थान का पता लगाया और नाबालिग को खोज निकाला. डीसीपी से मिली जानकारी के अनुसार जांच के दौरान यह पता चला कि लापता लड़की के माता-पिता उसे छोटी-छोटी बातों पर डांटा करते थे जिससे परेशान होकर नाबालिग अपने प्रेमी के साथ घर से छोड़कर भाग गई, बता दें कि आरोपी भी उसी इलाके में रहता था जिस जगह नाबालिग पहती थी. डीसीपी ने बताया कि आरोपी ने लापता लड़की को शादी का लालच दिया और उसके बाद अपने गांव बिहार ले गया था जिसके बाद आरोपी उसे कोयंबटूर ले गया था.
पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस अधिकारी ने बताया कि किशोरी अपने प्रेमी के साथ कोयंबटूर मे ही रह रही थी. नाबालिग के प्रेमी की पहचान नीरज के रुप मे हुई है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उस पर पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं तहत आरोप लगाया गया है.