नई दिल्ली। चीन से सीमा विवाद में 20 जवानों की शहादत के बीच भारत अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने क तैयारी में है। रूस से भारत 12 सुखोई और 21 मिग-29 लड़ाकू विमानों की आपातकाल खरीदी करने वाला है। भारतीय वायुसेना ने केंद्र को इसके लिए प्रस्ताव भेजा है।
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इससे पहले दावा किया जा रहा था कि जो नए लड़ाकू विमान खरीदे जाने की योजना है, वो आधुनिक तकनीक से लैस और अपग्रेडेड होंगे। भारतीय वायुसेना के बेड़े में मिग-29 पहले से ही शामिल हैं। नए मिग-29 के रडार और अन्य उपकरण भी आधुनिक मानकों के अनुरूप होंगे। रक्षा मंत्रालय का यह आपात खरीदी का बजट 5,000 करोड़ का होगा। सूत्रों के मुताबिक मिग-29 विमानों में रूस मॉडिफिकेशन करेगा और उन्हें अधिक उन्नत बनाएगा।
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मौजूदा वक्त के हिसाब से अतिरिक्त मॉडिफिकेशन इन लड़ाकू विमानों में कराने का प्रस्ताव एयरफोर्स ने दिया है। 2016 में 36 राफेल अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद वायु सेना में अनुबंधित 33 नए विमानों में से यह दूसरा सबसे बड़ा विमान होगा।
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एयरफोर्स ने लड़ाकू विमानों से संबंधित सभी उपकरणों को खरीदने का प्रस्ताव दिया है, जिससे भविष्य में खराब होने वाले पुर्जों को दुरुस्त किया जा सके। दरअसल इससे पहले खुद रूस ने भारतीय वायुसेना की लड़ाकू विमानों की कमी को दूर करने के लिए नए लड़ाकू विमान देने का प्रस्ताव दिया था।