Symptoms of Gangrene: नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण का से भी पूरी तरह निजात पाया भी नहीं गया और एक नई समस्या सामने आ गयी। पुरानी स्टडीज में यह पाय आगया था कि कोरोना हमारे फेफड़ो पर असर डालती है। इस वायरस का सिर्फ फेफड़ों पर नहीं बल्कि शरीर के अन्य दूसरे अंगो पर भी बुरा असर पड़ रहा है। हाल ही में हैदराबाद में कोरोना मरीजों में गैंग्रीन पाया गया।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
बता दें अध्ययन में यह पाया गया है कि कोरोना सिर्फ फेफड़े ही खराब नहीं करता। इससे लिवर और आंतों पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है। यह आंतों को ब्लॉक कर देता है, जिससे गैंगरीन हो जाता है और आंतों को काटना पड़ता है। कोरोना संक्रमण ने लोगों की नसों में ब्लॉकेज (Symptoms of Gangrene) कर दिया। एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड से नसों का ब्लॉकेज हटाया जा सकता है। हैदराबाद में कोरोना की चपेट में आए 20 रोगियों के आंतों में सूजन आ गई। हैदराबाद के विशेषज्ञ डॉ. संदीप लखटकिया ने इसकी जानकारी दी।
कोरोना संक्रमण के आंतों में जाने पर मरीजों को डायरिया हो जाता है। बता दें लार और नाक के द्रव्य के अलावा मल के सैंपल से भी कोरोना की जांच की जाती है। शुरुआत में लोग इसी भ्रम में रहे कि कोरोना सिर्फ फेफड़ों को ही खराब कर रहा है लेकिन अब पोस्ट कोविड रोगियों में आंतों की खराबी और गैंग्रीन के लक्षण सामने आ रहे है।
मिली जानकारी के मुताबिक कुछ लोगों की पैरों की नसें ब्लॉक होने से गैंग्रीन (Symptoms of Gangrene) हुआ। बहुत से लोगों ने भ्रामक प्रचार के चलते आयुर्वेदिक दवा के नाम पर कैप्सूल खाए, उन्हें भी लिवर की समस्या हो गई है। इसके अलावा डॉ. लखटकिया ने जानकारी दी कि इंडोस्कोपी अल्ट्रासाउंड से आंतों के बाहरी हिस्से के अलावा अंदरूनी ट्यूमर ब्लॉकेज दिखाई देता है। इससे मरीजों की बीमारी पकड़ने में (डायग्नोसिस में) आसानी हो रही है।
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