ग्वालियर: मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनना एक देवीय घटना थी। बीजेपी सरकार नहीं गिरना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस की 3 बिंदुओं पर सरकार गिरी। क्योंकि चम्बल से बीजेपी का सुपड़ा साफ हो गया था। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से वोट मिला ओर सिंधिया के साथ जो हुआ वो गलत हुआ इसलिए सरकार गिरी। ये कहना है कि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का। उमा भारती ने कहा यदि कमलनाथ इस्तीफा नहीं देते तो फ्लोर टेस्ट में 30 से 40 विधायक भाजपा के साथ होते।
Read More: #IBC24AgainstDrugs: नशे की सौदागर दो और महिला गिरफ्तार, ‘लेडी गैंग’ में और कितने खिलाड़ी?
दरअसल उमा भारती ग्वालियर के हजीरा स्थित इंटक मैदान में प्रघुम्न सिंह तोमर के लिए चुनावी आमसभा को संबोधित करने आई थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेसी गलत कहते हैं कि भाजपा ने सरकार गिराई, मध्य प्रदेश में तो कमलनाथ की सरकार कांग्रेस ने ही गिराई। इसके अलावा कांग्रेस ने सरकार में आने के लिए ऐसे वादे कर दिए, जो पूरे नहीं हो सकते थे। कमलनाथ मुख्यमंत्री बनते ही मिस्टर इंडिया की तरह गायब हो गए। विधायकों और मंत्रियों को जनता का सामना करना मुश्किल हो गया। यही नहीं सिंधिया ने ग्वालियर-चंबल से ज्यादा सीटें कांग्रेस को दिलाई और उनको मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया।
उन्होंने अपनी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया की परंपरा का पालन किया और ऐसी सरकार को हटा दिया, जो वादे पूरे नहीं करे। अब कांग्रेस आरोप लगा रही है, क्योंकि उसके पास कहने को कुछ नहीं है और भाजपा का लोगों में विश्वास है और शिवराज सिंह चैहान फिर से मुख्यमंत्री हैं। वहीं उन्होने ये भी कहा कि राममंदिर का निर्माण ही गया है, अब रामराज्य की स्थापना होना है। मैं 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ूंगी, 2019 का चुनाव नही लड़ने की बात कही थी। लेकिन मैं अब प्रचंड राजनीति करूँगी।