रायपुर । राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य के दूसरे दिन विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। कलाकरों के रंगारंग परफॉर्मेंस का हजारों दर्शकों ने लुत्फ उठाया।
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श्रीलंका के कलाकारों ने अपनी परंपरा के अनुरुप वेशभूषा पहन कर मनुगन भगवान को धन्यवाद करते हुए नृत्य का प्रदर्शन किया। श्रीलंका के कलाकारों ने बताया कि वे ये नृत्य शुभ कार्यों के समय करते हैं।
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वहीं मालदीव का लोक नृत्य बोडुबेरु का भी प्रदर्शन इस देश के कलाकारों ने किया। विवाह के समय किया जाने वाला विभिन्न वाद्ययंत्रों के साथ मालदीव के कलाकार थिरके।
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इस पूरे आयोजन में सबसे ज्यादा युगांडा के कलाकरों के नृत्यों को दर्शकों ने पंसद किया। युगांडा के कलाकार जैसे ही मंच में अपनी परफॉर्मेंस देने उतरते थे दर्शक भी अपनी जगह में झूम उठते थे। युगांडा में फोक डांस की हजारों साल पुरानी पंरपरा है फोक डांस अमागूँजु जो कि वे अपने राजाओं के सामने किया करते हैं।
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