Tiger is back: भानुप्रतापपुर इलाके में बाघ ने फिर दी दस्तक, पग चिन्ह मिलने के बाद इलाके के गावों में दहशत

Tiger is back: भानुप्रतापपुर इलाके में बाघ ने फिर दी दस्तक, पग चिन्ह मिलने के बाद इलाके के गावों में दहशत

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  • Publish Date - January 22, 2020 / 02:56 AM IST,
    Updated On - December 3, 2022 / 03:44 PM IST

भानुप्रतापपुर: बीते दिनों छत्तीसगढ़ के कई गावों में दहशत फैलाने वाले बाघ ने एक बार फिर भाुनप्रतापपुर इलाके में दस्तक दी है। बताया जा रहा है कि इलाके के मेनखेड़ा और भोथागांव के बीच बाघ के पग चिन्ह मिले हैं। इस बात की पुष्टि वन विभाग ने की है। बता दें कि बीते दिनों बाघ को दुर्ग, बालोद और धमतरी जिले के कई गांवों में देखा गया था। इसके बाद वह जंगल की ओर चला गया था, लेकिन एक बार फिर बाघ गांव की ओर लौट आया है।

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वहीं, दूसरी ओर सोमवार की धमतरी। शहर से लगे गांव पोटियाडीह में एक बछड़े की लाश मिली है। लाश देख कर साफ था कि किसी जानवर ने उसका शिकार किया है। लेकिन इस बीच इलाके में बाघ की मौजूदगी की खबर आग की तरह फैल गई। इसके साथ में लोग दहशत में आ गए।

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वनविभाग की टीम पहुंची तो आस पास पंजो के निशान पाए गए, लेकिन वो बाघ के नहीं बल्कि किसी छोटे जंगली जानवर का होना बताया हैं। बताया गया कि जिस किसान के बछड़े को जानवर ने शिकार बनाया। उसके मुताबिक जानवर ने इससे पहले भी कई जानवरो को अपना शिकार बनाया है।

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गौरतलब है कि 5 जनवरी को बाघ को बालोद जिले के लाटाबोड़ इलाके में देखा गया था। इस दौरान वन विभाग की टीम ने आशंका जताई थी कि बाघ गन्ने के खेतों में छिपा होगा। वहीं, बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने हाथियों और खोजी कुत्तों की भी मदद ली थी, ​लेकिन कुछ हाथ नहीं आया। इसके बाद बाघ अचानक गायब हो गया था।

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