रायपुर। नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉक्टर शिवकुमार डहरिया ने कहा कि राज्य सरकार पुरखो के बताए रास्ते पर चलकर छत्तीसगढ़ी संस्कृति को संजोने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के प्राचीन परंपरा को नरवा, गरवा, घुरवा और बड़ी जैसे महत्त्वपूर्ण योजना के ज़रिए सहेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मड़ई मेला हमारी प्राचीन सांस्कृतिक पहचान है। प्रदेश सरकार इन संस्कृति को बचाने के लिए हरेली की छुट्टी, तीजा की छुट्टी , राजिम माता भक्त मां कर्मा जयंती और छठ पूजा जैसे त्योहारों की छुट्टियां देने का निर्णय लिया। प्रदेश सरकार सामाजिक समरसता के साथ सभी लोगो का निरंतर विकास करने का प्रयास कर रही हैं। मंत्री डॉक्टर डहरिया महासमुन्द ज़िले के ग्राम भोरिंग में आयोजित मडई मेला कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
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नगरीय प्रशासन मंत्री डॉक्टर डहरिया ने कहा कि भूपेश बघेल ने सरकार में आते ही किसानों को प्रोत्साहन देने 2500 रुपये के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की । किसानों का कर्ज माफ किया। 400 यूनिट तक बिजली का बिल हाफ किया। निश्चित ही गांव , गरीब किसान समृद्ध होगा तो प्रदेश और देश समृद्ध होगा। मंत्री डॉक्टर डहरिया ने इस मौके पर विभिन्न विकास कार्यो के लिए 21 लाख रु की घोषणा की। मड़ई मेला कार्यक्रम को विधायक विनोद चन्द्राकर ने भी संबोधित किया ।
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इस अवसर पर डॉक्टर रश्मि चन्द्राकर, राशि महिलांग, अलखराम चतुर्वेदानी, सहित अनूप चन्द्राकर,अरुण चन्द्राकर, गिरिधर आवडे, सत्यभान गेडरें,सरपंच उषा राजेश साहू, सीएस साहू, विजेंद्र बंजारे दाऊलाल चन्द्राकर, संतोष साहू तथा जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।