बैतूल । जिले के हेटी गांव में रहने वाले 90 परिवारों का विस्थापन पूरे 28 सालों बाद भी नही हो पाया । हालात यह है कि यह गांव आज चारों तरफ से पानी से घिर चुका है । ग्रामीण वर्ष 1991 से ये फजीहत झेल रहे है ।
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ग्रामीणों को शिकवा- शिकायतों पर आश्वासन तो मिले, लेकिन विस्थापन नहीं। यही वजह है कि गांव के तीन तरफ मौजूद अंभोरा ताप्ती, तवा नदी सहित एक नाले में बाढ़ आने के बाद पूरा गांव टापू में तब्दील हो जाता हैं। मौजूदा हालातों से ग्रामीण लड़ तो रहे है लेकिन इस समस्या के चलते जहां स्कूली बच्चे घरों में कैद हैं। कामकाजी लोग काम पर नहीं जा पा रहे हैं।
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दरअसल हाल ही में इसी गांव के समीप पारस डोह डेम का निर्माण किया गया है । ज्यादा भराव होने के बाद जब डेम से पानी छोड़ा जाता है तो पूरा की पूरा गांव दहशत में आ जाता है। जिला प्रशासन का कहना है कि अधिकारियों को हालातों का जायजा लेने मौके पर भेजा गया है। जल्द ही इनका विस्थापन शुरू किया जाएगा।
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