शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु, कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर किया धरना-प्रदर्शन, तबादला नीति का कर रहे हैं विरोध

शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु, कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर किया धरना-प्रदर्शन, तबादला नीति का कर रहे हैं विरोध

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  • Publish Date - October 17, 2019 / 08:47 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:21 PM IST

राजनांदगांव । स्थानान्तरण का विरोध सहित अपनी 22 सूत्री मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन जिला राजनांदगांव के शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने फ्लाईओवर के नीचे अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा हुआ है।

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अपनी 22 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे शिक्षक अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतर आए हैं। वहीं स्कूली विद्यार्थियों के हित में भी वे अवकाश लेने के बाद भी स्कूल पहुंचकर राज्य स्तरीय आंकलन परीक्षा में अपनी ड्यूटी निभाई और इसके बाद फिर जिला कार्यालय के सामने दिनभर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। आंदोलनरत शिक्षकों का कहना है कि शासन के द्वारा ऐच्छिक ट्रांसफर नीति के तहत कई शिक्षकों का तबादला किया गया है । अब ट्रांसफर शिक्षकों के स्थान पर अतिशेष शिक्षकों को लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर दूर तक स्थानांतरित कर दिया गया है। जिससे उन्हें काफी दिक्कत हो रही हैं।

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छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले आंदोलनरत शिक्षकों ने कहा कि शासन-प्रशासन के द्वारा तुगलकी फरमान जारी किया गया है और नियम विरूद्ध शिक्षकों को एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक भेजा जा रहा है। नियमानुसार अतिशेष शिक्षकों को 8 किलोमीटर के दायरे में ही रखना है लेकिन उन्हें लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर दूर तक स्थानांतरित कर दिया गया है। बीच शिक्षा सत्र में स्थानांतरण हो जाने से शिक्षकों को कई तरह की दिक्कत हो रही है।

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छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के द्वारा किए जा रहे हैं इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में सैकड़ों शिक्षक शामिल हो रहे हैं। वह अपने अधिकारों के साथ ही स्कूली विद्यार्थियों के हित में भी काम कर रहे हैं। अपने शिक्षाकीय दायित्व को पूरा करने के बाद धरना स्थल पर आकर प्रदर्शन किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के द्वारा अतिशेष शिक्षकों के तबादले के विरोध सहित 22 सुप्रीम मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि वह अपने अधिकारों के लिए लगातार मांग कर रहे हैं लेकिन विगत 8-10 माह से लगातार ज्ञापन और उच्च अधिकारियों से बातचीत में भी समस्या का हल नहीं निकला। इस वजह से उन्हें आंदोलन की राह अपनानी पड़ी।

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कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने आंदोलन कर रहे शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। अपने ज्ञापन में उन्होंने स्थानांतरण, संविलियन वेतनमान, एरिया की राशि का भुगतान, नियम विरुद्ध किए गए ट्रांसफर को निरस्त करने, अतिशेष शिक्षकों को संकुल में ही स्थाई पदस्थापना सहित अपनी 22 सूत्री मांगों को रखा है।

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