इंदौर। नगर निगम की जर्जर मकानों को तोड़ने की मुहिम गुरुवार से शुरु कर दी गई है। नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने चंदन नगर और पंढरीनाथ इलाके में जर्जर हो चुके दो मकानों को नेस्तनाबूत कर दिया है। इंदौर नगर निगम ने बारिश के मद्देनजर नाले किनारे के अतिक्रमण भी हटाने के निर्देश दिए हैं।
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बता दें कि इंदौर नगर निगम लगातार खतरनाक व जर्जर मकानों को तोड़ने की मुहिम जारी रखे है। बीते साल भी नगर निगम के अमले ने कई भवनों को गिराने का नोटिस दिया था। नोटिस के बाद कार्रवाई ना होने पर कई भवनों को गिराया भी गया था। दरअसल बारिश शुरू होने के पहले शहर में जर्जर और खतरनाक मकानों को तोडने की कार्रवाई नगर निगम ने शुरु कर दी है। इसके पहले निगमायुक्त के निर्देश पर अफसर तैयारी में जुट गए थे। निगम के दस्ते ने सरवटे बस स्टैंड पर होटल गिरने के बाद निगम ने खतरनाक और जर्जर भवनों की सूची बनाई थी, इन पर कार्रवाई नहीं करने पर आयुक्त ने अफसरों क्लास लेकर रिपोर्ट भी तलब की थी ।
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बता दें कि बीते साल शहर में सरवटे बस स्टैंड के सामने चार मंजिला होटल गिरने के साथ 10 लोगों की मौत होने के बाद बवाल मचा था, होटल पूरी तरह खतरनाक होने के साथ जर्जर हो गई थी। बावजूद इसके निगम के अफसरों की अनदेखी और लापरवाही की वजह से होटल के अंदर अवैध तरीके से निर्माण चल रहा था। होटल गिरने के बाद जहां राज्य सरकार, जिला प्रशासन और निगम स्तर पर जांच शुरू हुई, वहीं शहर के जर्जर मकानों की सूची भी नगर निगम ने तैयार करवाई थी। इसके साथ ही संपत्ति मालिक को नोटिस भी दिए गए, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई और मामला ठंडा पड़ गया।