सीधी बस हादसा : अब तक 22 शव बरामद, पूर्व CM कमलनाथ ने की हर संभव मदद करने की मांग, लापता लोगों की तलाश जारी

सीधी बस हादसा : अब तक 22 शव बरामद, पूर्व CM कमलनाथ ने की हर संभव मदद करने की मांग, लापता लोगों की तलाश जारी

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  • Publish Date - February 16, 2021 / 06:30 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:09 PM IST

सीधी,भोपाल। सीधी बस हादसे में अब तक 22 यात्रियों मौत की खबर मिल रही है। राहत एवं बचाव दल ने 22 शव बरामद किया है। नहर में गिरी बस को क्रेन से निकालने का प्रयास किया जा रहा है। मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बस में 60 लोग सवार थे। हादसे को लेकर मुख्यमंत्री ​शिवराज लगातार नजर बनाए हुए हैं। इधर पूर्व सीएम कमलनाथ ने दुखद जताया है।

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कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार से हर संभव मदद की मांग की है। कमलनाथ ने लिखा कि सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिर जाने की दुखद खबर सामने आई है। कई यात्रियों के हताहत होने की जानकारी सामने आई है। मैं सरकर से मांग करता हूं कि तत्काल राहत कार्य प्रारंभ कर किए। बस में फंसे यात्रियों को बचाने के लिये प्रयास हो, पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जावे।

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अनियंत्रित होकर नहर में गिरी

जानकारी के अनुसार सीधी से यात्रियों को लेकर सतना जा रही बस पुल पर बेकाबू हो गई। वहीं रेलिंग को तोड़ते हुए नहर में जा गिरी। अभी तक 22 की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं 7 लोगों को नहर से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। अभी बस को क्रेन मशीन से नहर से निकाला जा रहा है। SDRF, गौताखोरों की टीम मौके पर पहुंची है। बाणसागर नहर का पानी तेजी से सिहावल नहर में भेजा जा रहा है। बता दें कि सीएम शिवराज ने बाणसागर डैम से नहर का पानी रोकने के निर्देश दिए हैं।

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गुना की घटना को बताया शर्मनाक

पूर्व CM कमलनाथ का ट्वीट कर गुना की घटना को शर्मनाक बताया है। कमलनाथ ने लिखा— प्रदेश के गुना जिले के बांसखेड़ी गांव में एक गर्भवती महिला के साथ घटित घटना बेहद शर्मशार करने वाली है। इंसानियत व मानवता को तार-तार कर देने वाली है। एक गर्भवती महिला के कंधे पर एक युवक को बैठाकर उसका नंगे पैर जुलूस निकाला गया। रास्ते भर उसकी लाठी-डंडों से बेरहमी से पिटाई की गई।

मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि शिवराज जी, ये हम कैसे प्रदेश में जी रहे है, क्या यही आपका सुशासन है? एक महिला के साथ ये कैसा अमानवीय व्यवहार? एक महिला का जुलूस निकलता रहा और कोई रोकने वाला नहीं? कहां सोता रहा आपका पुलिस प्रशासन? दोषियों पर सख़्त से सख़्त कार्यवाही हो और इस गंभीर मामले में
लापरवाही बरतने वाले दोषी अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, महिला को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जावे उसका समुचित इलाज सरकार करवाये और उसकी हरसंभव मदद की जावे।