खुद को रोक नहीं पाईं एसडीएम, कार्यालय के बाहर महिलाओं के साथ किया सुआ नृत्य.. देखिए

खुद को रोक नहीं पाईं एसडीएम, कार्यालय के बाहर महिलाओं के साथ किया सुआ नृत्य.. देखिए

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  • Publish Date - November 12, 2019 / 04:50 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

लोरमी, छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जहां छत्तीसगढ़ी परंपरा को आगे बढ़ाने और उसके संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। ऐसे में सरकार के अंदर काम करने वाले सरकारी अधिकारी भी भला कहां पीछे रहने वाले हैं। ऐसे ही एक महिला अधिकारी का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में सुर्खियों में बना हुआ है।

देखिए-

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महिला अधिकारी ग्रामीण महिलाओं के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ी सुआ नृत्य करती हुई नजर आ रही हैं। डिप्टी कलेक्टर रैंक की महिला अधिकारी रूचि शर्मा लोरमी में एसडीएम के पद पर पदस्थ हैं, जिनका सुआ नृत्य करता हुआ ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें महिला डिप्टी कलेक्टर लोरमी एसडीएम कार्यालय के परिसर में ग्रामीण महिलाओं के साथ जमकर सुआ नृत्य करती हुई नजर आ रही है। इस तरह से एक महिला अधिकारी को अपने साथ सुआ नृत्य करते देखकर ग्रामीण महिलाएं भी बेहद खुश नजर आ रही है।

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हम आपकों बता देंं कि सुआ नृत्य छत्तीसगढ़ राज्य की स्त्रियों के द्वारा किया जानें वाला एक ऐसा लोकनृत्य है जो कि समूह में किया जाता है और इसमें स्त्री मन की भावना, उनके सुख-दुख की अभिव्यक्ति को सुवा नृत्य या सुवना के जरिए देखने को मिलता है। वृत्ताकार रुप में किया जानें वाला ये नृत्य एक लड़की जो सुग्गी कहलाती है धान से भरे टोकरी में मिट्टी का सुग्गा पर रखती है। इसे भगवान शिव और पार्वती का प्रतीक माना जाता है।

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टोकरी में रखे हुए सुवे (तोता) को हरे रंग के नए कपड़े और धान की मंजरियों से सजाया जाता है। सुग्गी को घेरकर स्त्रियां गीत गाते हुए ताली को बजाकर नृत्य करती हैं। इस सुआ गीत को गाने के दौरान किसी तरह के वाद्ययंत्र का प्रयोग नहीं किया जाता है। ये नृत्य प्रदेश में दशहरा के बाद शुरु हो जाता है। वहीं अपने सुआ डांस के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर लोरमी एसडीएम रूचि शर्मा का कहना है कि उनके कार्यालय में कुछ ग्रामीण महिलाएं सुआ नृत्य करने आई थी, जिन्हें देखकर उनका भी मन किया तो वो भी उनके साथ गाते हुए नृत्य करने लगी। 

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