रथयात्रा का हुआ भव्य स्वागत : 100 बाइक सवारों में दिव्यांग युवाओं ने पूरे उत्साह के साथ की हिस्सेदारी, ग्रामीणों ने रामवन के लिए सौंपी गांव की मिट्टी

रथयात्रा का हुआ भव्य स्वागत : 100 बाइक सवारों में दिव्यांग युवाओं ने पूरे उत्साह के साथ की हिस्सेदारी, ग्रामीणों ने रामवन के लिए सौंपी गांव की मिट्टी

  •  
  • Publish Date - December 17, 2020 / 11:42 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

महासमुंद। श्रीराम वनगमन पर्यटन परिपथ पर्यटन रथयात्रा और विराट बाइक रैली आज महासमुंद जिले के सीमावर्ती ग्राम मुड़ियाडीह (औराई) पहुंची। जहां उसका भव्य स्वागत किया। जिले में यह रैली सीतामढ़ी हरचैका जिला कोरिया से प्रारंभ होकर लगभग 700 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर बलौदाबाजार से जिला सीमा मुड़ियाडीह (औराई) पहुंची। छत्तीसगढ़ राज्य में पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिए रथ यात्रा के आगे जिले की लगभग 100 बाइकर्स आगे चल रहे थे। इन बाइकर्स में दिव्यांग युवाओं ने भी अपनी पेट्रोल चलित पहिया वाहन के जरिए शिरकत की। दिव्यांगों का ये उत्साह देखने लायक था। सभी बाइकर्स का सिरपुर स्थित लक्ष्मण मंदिर प्रांगण में फोटोशूट किया गया। इस दौरान अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम एवं विधायक बसना देवेन्द्र बहादुर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा पटेल भी मौजूद थी। इन लोगों का बच्चों, युवा और बुजूर्गों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया, पूर्ण श्रद्धा के साथ गांव की मिट्टी रामवन के लिए सौंपी।

ये भी पढ़ें- पेड़ से लटका मिला पुलिस कॉन्स्टेबल का शव, किसान ने दी सूचना

जिले की सीमा पर रथ यात्रा आगमन पर कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल, वन मण्डलाधिकारी पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे।  रथ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाले गांव में ग्रामवासियों ने पुष्प वर्षा कर रथयात्रा का स्वागत किया। रथ यात्रा के रास्तों में पड़ने वाले ग्रामवासियों ने अपने गांव की मिट्टी रायपुर के चंदखुरी में बनने वाले रामवन के लिए पूरी श्रद्धा के साथ सौंपी।  रथ यात्रा विभिन्न गांव से गुजरते हुए रायपुर जिले की सीमा में प्रवेश करेगी।

ये भी पढ़ें- संस्कारधानी में वैक्सीनेशन की तैयारियां हुई तेज, पहले 22 हजार हेल्थ…

इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा पटेल सहित जन प्रतिनिधियों ने भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना की। बाद में हरी झण्डी दिखाकर विराट बाइक रैली को प्रातः 11:20 बजे जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में रायपुर जिले को सौपनें के लिए रवाना किया गया। करीब 01: 45 बजे रथ यात्रा को रायपुर जिले को निसदा मोड़ पर सौंपा गया।
महासमुंद जिले के सीमावर्ती ग्राम मुड़ियाडीह (औराई) पर पहुंची रथ यात्रा के आगमन पर और उनके स्वागत में ग्रामीण मण्डली द्वारा रामायण पाठ, किया गया। महिलाओं ने श्री रथ में सवार भगवान राम की पूजा-अर्चना की।
इस राम रथ यात्रा का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश में भगवान श्रीराम जिस-जिस क्षेत्रों से गुजरे उन पथों को चिन्हांकित कर राम वनगमन परिपथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना भी है। यह काम टूरिज्म सर्किट विकास योजना के तहत् किया गया हैं। यह रथ यात्रा प्रदेश में 14 दिसम्बर से शुरू हुई और आज राजधानी रायपुर के नजदीक ग्राम चंदखुरी में समाप्त हो रही हैं। ग्राम चंदखुरी में रथ यात्रा की समाप्ति के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं उपस्थित रहेंगे।

ये भी पढ़ें- एमपी में किसान कल्याण कार्यक्रम में जुटेंगे करीब 20 हजार किसान, सीए…

मालूम हो यह यात्रा राम वनगमन पर्यटन परिपथ पर्यटन रथयात्रा और विराट बाइक रैली छत्तीसगढ़ के उत्तर दिशा से कोरिया जिले के सीतामढ़ी, हरचैका और दक्षिण दिशा में जिला सुकमा के रामाराम से बाईक रैली और पर्यटन रथयात्रा सोमवार 14 दिसम्बर को शुरू हुई है।  कोरिया जिले के सीतामढ़ी हरचैका से शुरू हुई बाईक रैली और पर्यटन यात्रा बलौदाबाजार जिला होते हुए लगभग 700 किलोमीटर का सफर कर महासमुंद जिले की सीमा मुड़ियाडीह (औराई) चौक पहुंची थी। जहां आमजनों और जनप्रतिनिधियों ने पुष्प वर्षा के साथ रथयात्रा का स्वागत किया। स्वागत के बाद राम वनगमन परिपथ पर्यटन रथयात्रा यहां से जिले के 23 गांव ग्राम पंचायत चुहरी, अमलोई, मरौद, खमतराई और सिरपुर पहुंची।

ये भी पढ़ें- गोलबाजार के कपड़ा दुकान में चोरी की वारदात, छत तोड़कर 50 हजार कैश औ…

सिरपुर से फुसेराडीह, अचानकपुर मोड़, छपोराडीह, जलकी, बांसकुड़ा मोड़, कुहरी मोड़, कोडार, मालीडीह, कौआझर आदि से होकर तुमगांव मोड़, अमावश मोड़, कांपा मोड़, बिरकोनी मंदिर परिसर रोड, घोड़ारी मुढ़ैना रोड आदि से गुजरते हुए जिले की सीमा निसदा मोड़ पर जिला रायपुर को सौंपी गई। रथ यात्रा के आगे स्वयं सेवी, एन.सी.सी, बाइकर्स के अलावा वन और शिक्षा विभाग के कर्मचारी मौजूद थे। चिन्हांकित स्थानों पर रामपाठ किया गया व गांव की मिट्टी भी साथ में रखी गई। यह मिट्टी जिला रायपुर चंदखुरी में बन रहें राम वन में डाली जाएगी।