भोपाल: प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत हो गई है। मेडिकल स्टोर में रेमडेसिविर दवा मिल नहीं रही। लोग एक मेडिकल से दूसरे मेडिकल में चक्कर लगा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हो रही है। एक डोज के 20 हजार तक वसूले जा रहे हैं। लेकिन सवाल ये है कि अस्पतालों और बाजार से क्यों गायब हो गई रेमडेसिविर? रेमडेसिविर की कमी को कैसे पूरा करेगी सरकार ?
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कोरोना मरीज लाइफ सेविंग दवा के लिए तरस रहे हैं, कोरोना मरीजों के परिजन परेशान हो रहे हैं। किसी भी मेडिकल दुकान पर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। इंजेक्शन की कमी पर किसी के पास ठोस जवाब नहीं है। दवाई की दुकानों के बाहर लगी लंबी-लंबी कतारें लग रही है।