सीएम भूपेश बघेल की बड़ी सौगात, अब 22 वनोपजों की होगी समर्थन मूल्य पर खरीदी

सीएम भूपेश बघेल की बड़ी सौगात, अब 22 वनोपजों की होगी समर्थन मूल्य पर खरीदी

  •  
  • Publish Date - December 13, 2019 / 03:21 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को लघु वनोपज इकट्ठा करने वालों को बड़ी राहत दी है। सराकार ने अब 22 लघु वनोपजों को समर्थन मूल्य में खरीदी करने का ऐलान किया है। बता दें कि सरकार इससे पहले केवल 15 लघुवनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदी करती थी।इस आशय का परिपत्र मंत्रालय (महानदी भवन) स्थित वन विभाग द्वारा आज जारी कर दिया गया है।

Read More: विधायक गुलाब कमरो ने किसानों से कहा- अफवाहों पर ध्यान न दें, 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से ही खरीदा जाएगा धान

प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि इन्हें मिलाकर राज्य में अब कुल 22 लघु वनोपजों की खरीदी की जाएगी। इनमें पहले के 15 लघु वनोपजों सालबीज, हर्रा, इमली बीज सहित, चिरौंजी गुठली, महुआ बीज, कुसुमी लाख, रंगीनी लाख, कालमेघ, बहेड़ा, नागरमोथा, कुल्लू गोंद, पुवाड़, बेलगुदा, शहद तथा फूल झाडू शामिल हैं। इसके अलावा 07 लघु वनोपजों में महुआ फूल (सूखा), जामुन बीज (सूखा), कौंच बीज, धावई फूल (सूखा) करंज बीज, बायबडिंग और आंवला (बीज रहित) शामिल हैं।

Read More: आशा कार्यकर्ताओं को सरकार की ओर से मिली बड़ी सौगात, अपने ही ब्लॉक में बनाए जाएंगे ANM

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2019-20 में भारत सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत घोषित दर पर अब 15 लघु वनोपजों के अतिरिक्त सात लघु वनोपजों की खरीदी होगी।

Read More: नगरीय निकाय चुनाव के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले 4101 लोगों पर कार्रवाई, दो को किया जिला बदर

इन वनोपजों का तय हुआ समर्थन मूल्य

  • महुआ फूल (सूखा) को 17 रूपए प्रति किलोग्राम

  • जामुन बीज (सूखा) को 36 रूपए प्रति किलोग्राम

  • कौंच बीज को 18 रूपए प्रति किलोग्राम

  • धावई फूल (सूखा) को 32 रूपए प्रति किलोग्राम

  • करंज बीज को 19 रूपए प्रति किलोग्राम

  • बायबडिंग को 81 रूपए प्रति किलोग्राम

  • आंवला (बीज रहित) को 45 रूपए प्रति किलोग्राम

Read More: राहुल गांधी के रेप इन इंडिया वाले बयान पर नितिन गडकरी बोले- ये देश के लिए ही नहीं पार्टी के लिए भी दुर्भाग्यपूर्ण

प्रधान मुख्य वन संरक्षक तथा प्रबंध संचालक शुक्ला ने यह भी बताया कि राज्य में इन 22 लघु वनोपजों की 950 करोड़ रूपए की उपज का संग्रहण वनवासियों द्वारा किया जाता है और इसे हाट बाजारों में बिक्री के लिए लाया जाता है।

Read More: किसानों को केंद्र सरकार से बड़ी राहत, 2.88 लाख मीट्रिक टन यूरिया के अतिरिक्त आबंटन को मिली मंजूरी