‘निसर्ग’ तूफान का प्रदेश में भी दिखेगा व्यापक असर, प्रमुख शहरों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अनुमान

'निसर्ग' तूफान का प्रदेश में भी दिखेगा व्यापक असर, प्रमुख शहरों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अनुमान

  •  
  • Publish Date - June 3, 2020 / 03:58 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

भोपाल। निसर्ग चक्रवात तूफान का असर मध्यप्रदेश में दिखाई देगा। मुंबई और गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने के बाद तूफान कमजोर जरुर हो जाएगा,लेकिन इसका असर मध्यप्रदेश के कई शहरों और ग्रामीण इलाकों में देखने को मिलेगा।

ये भी पढ़ें- जेसिका लाल हत्याकांड का आरोपी 14 साल बाद जेल से रिहा, रिहाई की वजह …

निसर्ग चक्रवात तूफान की वजह से 3 और 4 जून को मध्यप्रदेश के कई शहरों में तेज बारिश हो सकती है । इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और भोपाल संभाग के जिले तूफान से प्रभावित होंगे। प्रभावित इलाकों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

ये भी पढ़ें- खेल पुरस्कारों के लिए हॉकी इंडिया ने की सिफारिश, किस पुरस्कार के लि…

बता दें कि चक्रवात निसर्ग बुधवार शाम या रात तक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों से टकरा सकता है। मौसम विभाग ने ये चेतावनी जारी की है, इस चक्रवाती तूफान के समय हवा की अधिकतम रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा होने का भी अनुमान जताया गया है। ऐसे में गुजरात और महाराष्ट्र के संभावित खतरे वाले स्थानों से करीब 1 लाख लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए जा रहे हैं। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने और बंदरगाहों से चेतावनी संकेत देने को कहा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आज शाम तक निसर्ग तूफान महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तरी महाराष्ट्र और समीप के दक्षिण गुजरात को पार करेगा।

ये भी पढ़ें- मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 8 हजार 455, स्वस्थ हुए 5 हजार 238

इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी, जिसकी रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है। इसके साथ ही भारी बारिश भी होगी। विभाग के अनुसार इस चक्रवात का मुम्बई पर भी असर होगा।

ये भी पढ़ें- सीएम भूपेश बघेल ने विष्णुदेव साय को दी बधाई, कहा- आशा है आपके नेतृत्व में BJP विपक्ष की

NDRF की 13 और SDRF की 6 टीमें तैनात की गई है. जबकि NDRF की पांच और टीमें खतरे वाले स्थानों पर जल्द पहुंचेंगी।