दिल्ली: राजनांदगांव सांसद ने सोमवार को लोकसभा में छत्तीसगढ़ में रेल सुविधाओं के मुद्दे को उठाया। इस दौरान उन्होंने जहां सारनाथ एक्सप्रेस को गोंदिया से चलाने की मांग की वहीं, उन्होंने डोंगरगढ़-कटघोरा रेल परियोजना में तेजी लाने की मांग की। सदन में अपनी बात रखते हुए उन्होंने रेलवे फुट ओवर ब्रिज को बड़ा करने की भी मांग की। बता दें सांसद संतोष पांडेय जनप्रतिनिधि के तौर पर सदन में लगातार प्रदेश की समस्याओं को लेकर अपना पक्ष रख रहे हैं।
सदन में गूंजा छत्तीसगढ़ी भाषा का मुद्दा
गौरतलब है कि बीते दिनों सांसद संतोष पांडेय ने सदन में छत्तीसगढ़ी भाषा के मुद्दे को लेकर अपना पक्ष रखा था। सदन को संबोधित करते हुए संतोष पांडेय ने छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए सदन में अपना पक्ष रखा। इस दौरान उन्होंने सदन में एक चौपाई बोलकर ‘निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल, बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटन न हिय के सूल’ छत्तीसगढ़ी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की बात कही।
विकास के मुद्दे पर बेबाकी से बोले संतोष पांडेय
इस दौरान संतोष पांडेय ने ग्रामीण विकास के मुद्दे पर भी अपनी राय सदन में पेश की। उन्होंने कहा कि 1947 के बाद से देश में स्वराज तो आया लेकिन सुराज नहीं आया। उस समय की कांग्रेस सरकार ने केवल ग्रामीणों, गरीबों और वंचितों को गरीबी से उबारने की बात की लेकिन वे सिर्फ बातें ही रही, लेकिन 2014 के बाद से भाजपा सरकार ने उनकी इस पीड़ा को समझा और गरीबों के लिए कई योजनाएं लेकर आई जिससे आज उन्हें लाभ मिल रहा है।