भोपाल: विधानसभा के विशेष सत्र का दूसरा दिन है। आज सदन में 126 वें संविधान संशोधन विधेयक का अनुसमर्थन किया गया। साथ ही 126 वें संविधान संशोधन विधेयक एससी-एसटी आरक्षण को 20 जनवरी 2030 तक बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया गया। बता दे कि मध्यप्रदेश में एससी-एसटी आरक्षण 25 जनवरी 2020 को समाप्त हो रहा है।
विशेष सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही की शुरूआत हंगामेदार रहा। सदन में एमपीपीएएस की परीक्षा में भील जनजाति को लेकर जमकर हंगामा हुआ। मामले में कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने प्रश्न लगाया था। इस प्रश्न का जवाब सीएम कमलनाथ ने दिया। कमलनाथ ने कहा कि हमने जांच के आदेश दे दिए गए हैं। ये गलत हुआ है। कोई पक्षपात की बात नहीं है। इंसाफ का विषय है। इस दौरान मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने धान की खरीदी और ओले पर विधानसभा में चर्चा कराने की मांग की है।
आरक्षण को लेकर सीएम कमलनाथ ने कहा कि आरक्षण में एससीएसटी का प्रवधान किया था, उनकी सोच थी कि सबसे गरीब वर्ग को इससे फायदा होगा। बहुत कम चीजें होती हैं, जो सर्व सम्मति से सदन में पारित होती है। हम प्रस्ताव तो पारित करेंगे लेकिन केंद्र से यह भी कहेंगे कि हमारा प्रदेश सबसे ज्यादा ट्राइबल क्षेत्र है। इसलिए ऐसी योजना बनाएं, जिसमें ट्राइबल सब लेकर आए ताकि इसकी तरक्की हो सके।