मां बम्लेश्वरी मंदिर के लिए नए रोपवे का काम अंतिम चरणों में, माह के अंत तक शुरु हो सकता है नया उड़न खटोला

मां बम्लेश्वरी मंदिर के लिए नए रोपवे का काम अंतिम चरणों में, माह के अंत तक शुरु हो सकता है नया उड़न खटोला

  •  
  • Publish Date - June 2, 2019 / 01:09 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

डोंगरगढ़ । ऊंचे पहाड़ों पर विराजी मां बम्लेश्वरी के मंदिर के लिए बनाया जा रही नया रोप वे का काम अंतिम चरणों में है। 10 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे नया रोपवे का काम जून के आखिरी सप्ताह तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। आधुनिक तकनीक से बन रहे इस नए रोपवे के लिए 12 ट्रालियां कोलकाता से पहुंच चुकी हैं,ट्रालियां भी आधुनिक तकनीक से बनी हुई हैं। रोपवे में पहले ही केबल को बिछाया जा चूका है और मंगलवार से इसका ट्रायल शुरू हो जाएगा।

ये भी पढ़ें- फिर सड़कों पर उतरे संविदा कर्मी, मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन…

15 दिनों तक ट्रायल चलने के बाद महीने के अंतिम सप्ताह में इसका उद्घटन कर मंदिर के दर्शर्नार्थियो के लिए इसे शुरू कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि आधुनिक तकनीक से बन रहे रोपवे में एक घंटे में 500 से अधिक दर्शनार्थी माता के दर्शन के लिए आ-जा सकेंगे ।

ये भी पढ़ें- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार पर लगाया तबादला उद्योग चलान…

इस रोपवे की खासियत यह है की रोपवे तक पहुंचने के लिए लिफ्ट की व्यवस्था भी की गई है। लोगों के सुविधा के लिए रेम्प भी बनाया गया है । इस व्यवस्था से की बुजुर्गो एवं दिव्यांगों को मंदिर तक पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। रोपवे का निर्माण मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के द्वारा कराया जा रहा है। बता दें कि वर्तमान में मंदिर पहाड़ पर स्थित रोपवे 30 साल पुराना है और केवल उसमें केवल चार ट्रालियां हैं । चार ट्रालियों से 1 घंटे में केवल 80 से 90 दर्शर्नाथियों को ही इसका लाभ मिलता था । दर्शनार्थियों को अपनी बारी आने के लिए घंटों इन्तजार करना पड़ता है। नया रोपवे बनने से यहां आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है।