उज्जैन: ‘आपकी सरकार, आपके द्वार’ योजना के तहत मंगलवार को लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा उज्जैन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया है। दरअसल मंत्री वर्मा ने अपनी ही पार्टी के नेता का विरोध किया है।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बयान का विरोध करते हुए कहा है कि केंद्र की चुनी हुई सरकार है उसे निर्णय लेने का अधिकार है। हालांकि सरकार का धारा 370 हटाने का तरीका गलत था। उन्होंने कहा कि मैं पी चिदंबरम के बयान का विरोध करता हूं। केंद्र की चुनी हुई सरकार है उसे निर्णय लेने का अधिकार है। सरकार का धारा 370 हटाने का तरीका गलत था, तानाशाहा तरीके से धारा 370 हटाई गई।
Read More: दहेज लोभी वकील गिरफ्तार, गर्भवती पत्नी से मारपीट कर मांग रहा था 2 लाख
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा था कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त करके हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेला है। बीजेपी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर हिंदू बहुल राज्य होता तो बीजेपी इस राज्य का विशेष दर्जा नहीं छीनती। उन्होंने ऐसा केवल इसलिए किया क्योंकि यह मुस्लिम बहुल है।
वहीं, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा मंत्री सज्जन वर्मा को हल्का आदमी कहने के बयान पर सज्जन वर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि मेरी बातों का जवाब देने की औकात आज भी कैलाश विजयवर्गीय में नहीं है। मैं जो भी कहता हूं, तथ्यात्मक होता है। जिस पर पलटकर या जवाब देने की किसी की हिम्मत भी नही होती। वर्मा ने कहा कि मेरा वजन तो कम ही है, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय टूटी स्कूटर पर घूमता था। अब इसका वजन जरूर बढ़ गया है। कैलाश विजयवर्गीय स्वयंभू नेता बन गए हैं, जिनको नरेन्द्र मोदी ने औकात दिखा दी है। दिल्ली में एक बैठक के दौरान।
Read More: पत्नी और उसके प्रेमी से प्रताड़ित होकर आरक्षक करना चाहता है खुदकुशी, वायरल हुआ सुसाइड नोट