पन्ना । जिले में चौथी कक्षा के बच्चे के चरित्र प्रमाण पत्र पर बैड कैरेक्टर लिखने के मामले की जानकारी खुद स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री प्रभुराम चौधरी को नहीं है। मंत्री प्रभुराम चौधरी कहना है की उन्हें दो दिन पुरानी खबर की जानकारी मीडिया के जरिए मिल रही है। हालांकि कलेक्टर ने इस मामले में शाला के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं।
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मंत्री प्रभुराम चौधरी ने मीडिया के जरिए पीड़ित परिवार को फिलहाल कोई आश्वासन नहीं दिया है। मंत्री चौधरी ने कहा कि पहले वो पता करेंगे की स्कूलों को चरित्र प्रमाण पत्र देने का अधिकार है की नहीं ।
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बता दें कि निजी स्कूलों की मनमानी किस कदर बढ़ती जा रही है इसकी बानगी फिर देखने को मिली थी। इंद्रपुरी कॉलोनी में संचालित एक निजी स्कूल प्रबंधन ने दो भाइयों की टीसी पर लिख दिया कि दोनों बच्चों का चरित्र खराब है। इस वजह से अब बच्चों को दूसरे स्कूलों में एडमिशन नहीं मिल रहा है। टीसी में बच्चों के पिता के बारे में भी उल्लेख किया गया है। पिता द्वारा इस मामले की शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं। पिता के मुताबिक उसकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह स्कूल का फीस नहीं दे पा रहे थे। इसलिए उन्होंने बच्चों को सरकारी स्कूल में भर्ती करने के लिए टीसी की मांग की थी। टीसी को लेकर स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों में झड़प भी हुई।
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कई बार भटकाने के बाद टीसी दे दी गई लेकिन टीसी में बकायदा लाल स्याही में दोनों बच्चों का चरित्र खराब होना लिखा गया। बहरहाल कलेक्टर के निर्देश पर टीम ने स्कूल में पूछताछ की, तो जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिले। कलेक्टर ने स्कूल प्रबंधन को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। साथ ही टीसी में सुधार कर दोबारा जारी करने के आदेश दिए हैं।