जबलपुर। लोकसभा चुनाव ड्यूटी ने जबलपुर के कई सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को बीमार कर दिया है। लोकसभा चुनाव की घोषणा के पहले ही जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से सैकड़ों कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई थी और यह सिलसिला चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ और तेज हो गया, चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए विभिन्न विभागों में तैनात सरकारी कर्मचारी और अधिकारी खुद को बीमार और अनफिट साबित करने की जुगत भिड़ा रहे है।
खास बात यह है कि चुनाव ड्यूटी की सूची से अपने नाम हटवाने के लिए सरकारी कर्मचारी और अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल बोर्ड के चक्कर लगा रहे है और खुद को बीमार साबित करने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे है। कोई जहां आंखो में कम दिखाई देने का हवाला दे रहा है, तो कोई बार-बार बुखार आने सहित शुगर की बीमारी होने के कारण असमर्थता जता रहा है तो वहीं कई ऐसे भी कर्मचारी हैं जिन्हें वास्तव में शारीरिक परेशानी है जिसकी वजह से वह चुनाव कराने के काबिल नहीं है।
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लेकिन ऐसे लोगों की ड्यूटी भी चुनाव में लगा दी गई है और यही वजह है कि जबलपुर में बनाए गए मेडिकल बोर्ड में बीते 10 दिनों में लगभग 200 सरकारी कर्मचारी अनफिट साबित होने के लिए आवेदन दे चुके हैं। इसमे से तक़रीबन 30 से 40 अनफिट घोषित करार दिए जा चुके हैं यानि वे चुनाव ड्यूटी करने के काबिल नहीं है। अप्रैल माह में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। जबलपुर जिले में चुनाव को संपन्न कराने के लिए जिन कर्मचारियों की तैनाती की गई है, वे अपनी ड्यूटी कटवाने के लिए पहले तो अफसरों से मिन्नतें करते रहे और जब बात नहीं बनती तो वे खुद को बीमार साबित करने की कवायद में जुट गए हैं।