विधानसभा चुनाव की तुलना में लोकसभा के लिए दी गई कम सिक्यूरिटी फोर्स, नक्सली गतिविधियों पर रखी जा रही पैनी नजर

विधानसभा चुनाव की तुलना में लोकसभा के लिए दी गई कम सिक्यूरिटी फोर्स, नक्सली गतिविधियों पर रखी जा रही पैनी नजर

विधानसभा चुनाव की तुलना में लोकसभा के लिए दी गई कम सिक्यूरिटी फोर्स, नक्सली गतिविधियों पर रखी जा रही पैनी नजर
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: March 28, 2019 2:20 pm IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव की तुलना में लोकसभा चुनाव के लिए दी गई सिक्यूरिटी फोर्स कम है। हालांकि पुलिस के आला अधिकारी इसे पर्याप्त मान रहे हैं । बता दें कि विधान सभा चुनाव में शांतिपूर्ण मतदान के लिए करीब 550 कम्पनियां केंद्र सरकार ने भेजी थी । लोकसभा चुनाव के लिए अब तक 300 कम्पनियां ही दी गई हैं।

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कम्पनियों के जवानों को मोर्चे में लगाने से उन्हें छत्तीसगढ़ की भौगौलिक स्थिति से अवगत कराया जा रहा है । नक्सली चुनाव के समय बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं, चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्रालय ने छत्तीसगढ़ शासन को इस संबंध में सतर्क भी किया है ।

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चुनावी सीजन में पिछले कुछ दिनों से नक्सलियों की सक्रियता को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इसे देखते हुए बस्तर में सर्चिंग तेज कर दी गई है । इंटेलिजेंस बेस्ड छोटे छोटे ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं । नक्सलियों की सक्रियता को देखते हुए बार्डर में चौकसी बढ़ा दी गई है ।


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