दतिया: मध्यप्रदेश के दतिया में आरक्षित भांडेर विधानसभा का उपचुनाव अपने सियासी रंग में रंग चुका है। आज आरक्षित भाण्डेर विधानसभा के कस्बा उनाव स्थित प्राचीन ऐतिहासिक सूर्य मंदिर प्रांगण के निकट एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी की प्रत्याशी रक्षा सिरोनिया के लिए जनसभा को संबोधित करने से पहले भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं राजमाता विजय राजे सिंधिया के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्वलन किया। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंच पर कक्षा 12वीं की परीक्षा में 90 प्रतिशत अंक लाकर जिले को गौरवान्वित करने वाली निराली शर्मा को सम्मानित किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने निराली शर्मा को बिटिया कहकर संबोधित करते हुए नारी शक्ति का सम्मान और रक्षा करने का वचन जनता को दिया।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अभिनय की मुद्रा में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर हमला बोला। उन्हें नारी शक्ति का अपमान करने वाला बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल की भी जमकर आलोचना की। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दिग्विजय सिंह सहित तमाम कांग्रेसी नेताओं की आलोचना करते हुए आज मंच से स्वयं को काला कौवा बताते हुए चुनौती भी दे डाली।
सिंधिया ने आज अपनी चुनावी जनसभा में फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन के टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ की चर्चा करते हुए कमलनाथ पर उनके द्वारा किसानों के साथ किए गए फसल बीमा योजना के छलावा को अपने अंदाज में वयां किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया यहीं नहीं रुके उन्होंने पूरी मंच पर अभिनय किया और जनता से सीधा संवाद स्थापित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रक्षा को जिताने की अपील की। इसके साथ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया की जोड़ी को शिव ज्योति एक्सप्रेस का नाम देखकर जमकर तालियां बजवाई।
जनसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया आज अपने खास अंदाज में दिखे उन्होंने जनता के बीच आंखों से तमाम इशारे किए जो खासे चर्चा में रहे। बहरहाल नारी शक्ति को लेकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का अभद्र भाषा में दिया गया बयान निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी को बैठे-बिठाए चुनावी मौसम में कांग्रेस की जड़ों को खोदने का एक बड़ा मुद्दा हाथ लगा हुआ है।