दंतेवाड़ा। डीएमएफ की राशि में गड़बड़ी करने के मामले में जिले के तीन अफसरों पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। मामले में तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. एचएच ठाकुर, डीपीएम सर्वजीत मुखर्जी और सीएमएचओ कार्यालय के अकाउंटेंट बीएल साहू आरोपी हैं। इन तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 34 का मामला सिटी कोतवाली में पंजीबद्ध कर लिया गया है। कोतवाली पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।
आईबीसी 24 ने इस पूरे मामले का खुलासा किया था, जिसके बाद तत्कालीन कलेक्टर सौरभ कुमार ने एक जांच दल गठित कर पूरे मामले की जांच कराई थी। जांच में पाया गया था कि स्वास्थ्य विभाग ने भंडार क्रय नियमों का पालन नहीं किया गया। जांच दल की रिपोर्ट कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा को सौंपी गयी थी, जिसके बाद जिला खनिज अधिकारी प्रमोद नायक ने इन तीनों के खिलाफ सिटी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराया है। सिटी कोतवाली से मिली जानकारी अनुसार पुलिस की जांच पूरी होने के बाद इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी संभव है।
पुलिस के मुताबिक पूर्व में की गई जांच एवं खरीदे गए सामानों का बाजार मूल्य व फर्मों को उसी सामान के लिये अदा किए गये राशि का अंतर समेत अन्य बिंदुओं पर जांच की जाएगी। इसके बाद ही इस मामले में आगामी कार्रवाई होगी। बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिये आचार संहिता लगने से ठीक एक दिन पहले इस सात करोड़ सैंतालीस लाख रूपए के उपकरणों व सामानों की खरीदी की स्वीकृति मिली थी, लेकिन इससे पहले ही विभाग ने मध्यप्रदेश के तीन फर्मों को गुपचुप तरीके से वर्क आर्डर जारी कर दिया।
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इन फर्मों से विभाग ने तीन गुना अधिक रेट में सामानों की खरीदी की पूरी तैयारी की थी। आईबीसी 24 ने मामले का खुलासा करते हुए कलेक्टर को इस बात की जानकारी दी थी। इसके बाद एक जांच कमेटी गठित की गई और जांच में ये स्पष्ट हो गया कि इस खरीदी में भंडार क्रय नियमों की अनदेखी की गयी है। अब खनिज अधिकारी प्रमोद नायक ने इन तीनों के खिलाफ 420 और 34 का मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।