बलौदाबाजार: जेसीसीजे ने अपने दो विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान को लेकर अमित जोगी ने इस अभियान को वैचारिक शुद्धीकरण के लिए बताया है। अमित जोगी के इस बयान पर विधायक प्रमोद शर्मा ने उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं।उन्होंने कहा है कि अमित पैसे लेकर भाजपा का समर्थन करते हैं, उनका मानसिक संतुलन खो गया है। बता दें कि विधायक प्रमोद शर्मा ने IBC24 के छत्तीसगढ़ी लाइव डिबेट शो पंचयती में भी यही बात कही थी।
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प्रमोद शर्मा ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा है कि अमित जोगी भस्मासुर हैं, वो जेसीसीजे का पूरी तरह सत्यानाश करेंगे। वे पैसे लेकर बीजेपी का समर्थन करते हैं। वे बाथरूम में बैठकर फैसला लेते हैं, तो क्या पूरी पार्टी उनके फैसले को मानेगी? ऐसा नहीं हो सकता। अमित जोगी अपना मानसिक संतुलन अमित जोगी पूरी तरह खो चुके हैं। अमित जोगी ने ही जेसीसीजे का क्षेत्रीय पार्टी के तौर पर अस्तित्व को खत्म किया है। स्व अजित जोगी के पुत्र के अलावा उनकी कोई पहचान नहीं है।
इस दौरान उन्होने विधायक धर्मजीत सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि धर्मजीत सिंह कहते हैं कि विधानसभा चुनाव से 6 पहले भाजपा में शामिल होकर चुनाव लड़ेंगे। अमित जोगी भी कांग्रेस-भाजपा का ऑफर लेकर बैठे हैं कभी भी पार्टी का विलय कर सकते हैं।
दरअसल अमित जोगी ने कहा था कि मुझे लगता है कि पार्टी अब एक निर्णायक मोड़ पर है। पार्टी में अब जयचन्द और मीर जाफरों की जगह नहीं रहेगी। विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा दोनों मेरे भाई हैं। मुझे उम्मीद है वो अपनी बातों पर फिर से विचार करेंगे और अपनी जनता के साथ धोखा नहीं करेंगे। मैं अपनी तरफ से कुछ नहीं करने जा रहा हूं, लेकिन अगर वो किसी दल में जाना चाहते हैं तो चुनाव लड़ें और जनता का भरोसा जीतें।
बता दें कि मरवाही उपचुनाव में विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने कांग्रेस का समर्थन किया था। इसके बाद से दोनों विधायकों की जेसीसीजे से इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही है। हालांकि अभी उन्होंने अधिकारिक इस्तीफा नहीं सौंपा है और न ही पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की है।