रायपुर: राजधानी पुलिस अब नए साल में महिलाओ की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। साथ ही पुराने अनसुलझे मामलों की फाइल खोलकर उसका भी निराकरण किया जाएगा। ये ऐलान शहर के एसएसपी ने अपने सालभर के लेखाजोखा पेश करने के दौरान की है।
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पुलिस कंट्रोल रूप में पिछले साल का रायपुर जिले में घटित अपराध का लेखाजोखा पत्रकारो के साथ साझा करते हुए बताया कि जहां हत्या के मामलो में आंशिक बढोत्तरी हुई है। जहां साल 2018 में 59 हत्या हुई, तो वहीं साल 2019 में आंकडा 73 तक पहुंचा, लेकिन सभी छोटे बड़े मामलो में बहुत ही कम समय में आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखो के पीछे भेजा गया।
वहीं लूट की घटनाओं में भी आशिंक इजाफा हुआ है। जहां साल 2018 में 79 लुट की घटनाएं हुई थी तो वही आंकडा बढ़कर 86 हो गए लेकिन पुलिस ने सभी लूट के आरोपियों को गिरफ्तार कर माल बरामदगी को अपनी बडी उपलब्धि मान रही है। नकबजनी के मामले में साल 2017 की तुलना में वर्ष 2018 में 24% की वृद्धि हुई थी जबकि वर्ष 2018 की तुलना में साल 2019 में या आंकड़ा आधा होकर 12 % हो गया है।
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इसके अलावा नकबजनी के बरामदगी मामले में साल 2018 में 38.64% था जो साल 2019 में 38.7% हो गया। लूट के प्रकरणो में साल 2017 की तुलना में वर्ष 2018 में 29% की वृद्धि हुई थी। जबकि वर्ष 2018 की तुलना में साल 2019 में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नए साल में राजधानी पुलिस कई नए प्रयोग करने जा रही है, जिसमें शहर के ITMS सिस्टम पुलिस के पास आ जाने से शहर में होने वाली छोटी बड़ी घटनाएं पुलिस के सामने ही होगी। अभी फिलहाल ये सिस्टम स्मार्ट सिटी के पास है। पुलिस के पास आने के बाद इसके लिए 150 पुलिस जवान तैनात किए जाएंगे, जो शहर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी से नजर रखेंगे। इसके अलावा अभी रायपुर पुलिस में जवानो के 700 पद खाली है, जो आने वाले दिनों में जल्दी भरे जाएंगे। साथ ही पुलिस ने शहर की जनता से अपील की है कि नये साल में अपना कोई भी निजी पासवर्ड किसी को भी न बताई और सायबर ठगी से बचे।
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