बच्चों को पढ़ाना छोड़कर धान खरीदी केंद्र में किसानों को उकसाने में लगे थे प्रधान पाठक और शिक्षक, अचानक आ धमके कलेक्टर

बच्चों को पढ़ाना छोड़कर धान खरीदी केंद्र में किसानों को उकसाने में लगे थे प्रधान पाठक और शिक्षक, अचानक आ धमके कलेक्टर

  •  
  • Publish Date - December 17, 2019 / 09:26 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:56 PM IST

कांकेर: जिले के नरहरपुर विकासखण्ड के स्कूलों का जिला कलेक्टर ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उहोंने पाया कि शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ठेमा के प्रधानपाठक और एक टीचर बच्चों को पढ़ाना छोड़कर धान खरीदी केंद्र पहुंचकर किसानों को भड़काने में लगे हुए थे। इसी दौरान वहां कलेक्टर कुमार लाल चौहान वहां आ धमके। कलेक्टर को देखकर दोनों के होश फाख्ता हो गए। शिक्षा विभाग के दोनों कर्मचारियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया।

Read More: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा की सीटें बढ़ाकर 1000 करने की वकालत की, आबादी में दोगुना से ज्यादा हुआ इजाफा

मिली जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टर कुमार लाल चौहान मंगलवार को शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ठेमा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाया कि पाठक राजकुमार पटेल और शिक्षक एलबी पीलू राम सार्वा बिना सूचना के स्कूल से अनुपस्थित थे। इसके बाद कुमार लाल चौहान धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण करने सरोना पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि दोनों शिक्षक किसानों को उकसाते हुए आंदोलन के लिए प्रेरित कर रहे थे।

Read More: CAA और जामिया विवाद पर कमल हासन का बड़ा बयान, बोले- मैं एक छात्र हूं, उनके लिए आवाज उठाता रहूंगा

दोनों कर्मचारियों का कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 नियम-3 के विपरीत होने के फलस्वरूप कलेक्टर केएल चौहान ने दोनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी दुर्गूकोंदल नियत किया गया है। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।

Read More: पूरे हुए एक साल, CM भूपेश बघेल बोले- अब लोगों को स्वयं लगता है यह जनता की सरकार है