छू लो आसमान योजना के तहत कोचिंग पाने वाले बच्चों ने IIT के लिए किया क्वालिफाई, सीएम भूपेश बघेल ने किया सम्मानित

छू लो आसमान योजना के तहत कोचिंग पाने वाले बच्चों ने IIT के लिए किया क्वालिफाई, सीएम भूपेश बघेल ने किया सम्मानित

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  • Publish Date - June 27, 2019 / 05:29 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

रायपुर: बस्तर भले ही नक्सल प्रभावित हो, यहां सुविधाओं का अभाव हो, लेकिन होनहारों की कमी नहीं है। ऐसे ही चार होनहार बच्चों को छू-लो-आसमान योजना के तहत सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को सम्मानित किया है। भूपेश बघेल ने इन बच्चों को एनएमडीसी की ओर से सवा-सवा लाख रूपए का चेक प्रदान किया है। साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। बता दें कि बस्तर के चार बच्चों का आईआईटी में चयन हुआ है। इन बच्चों को एनएमडीसी और जिला प्रशासन दंतेवाड़ा की महात्वाकांक्षी योजना छू-लो-आसमान के तहत इंजिनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए कोचिंग दी गई थी।

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एनएमडीसी के चैयरमेन और प्रबंध संचालक एन बैजेन्द्र कुमार ने बताया कि आईआईटी के लिए चार विद्यार्थियों ने क्वालिफाई किया है। इनमें से दो विद्यार्थियों चयन हो चुका है और काउंसिलिंग में दो विद्यार्थियों दंतेवाड़ा के हरीश बघेल और धमतरी के वेदप्रकाश के चयन होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि एनएमडीसी. की ओर से आईआईटी. और एम्स में विद्यार्थियों के चयन होने पर पांच-पांच लाख रूपए की राशि उनके पाठ्क्रम के दौरान समान वार्षिक किश्तों प्रदान की की जाएगी। इस वर्ष इन बच्चों को 1.25-1.25 लाख रूपए की राशि प्रदान की जा रही है। छू-लो-आसमान योजना में इस वर्ष नीट में 39, एनआईटी. में 11, विद्यार्थियों ने क्वालिफाई किया है। इनमें से 06 विद्यार्थियों को एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश मिलने की संभावना है। इस अवसर पर मुख्यसचिव सुनील कुजुर, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी, एन.एम.डी.सी. के निदेशक प्रदीप सतपथी और सलाहकार दिनेश श्रीवास्तव सहित विद्यार्थियों के शिक्षक भी मौजूद थे।

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एनएमडीसी. और जिला प्रशासन दंतेवाड़ा द्वारा चलाई जा रही छू-लो-आसमान योजना में कक्षा 8वीं के प्रतिभाशाली बच्चों का प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयनकर उन्हें 9 वीं से 12 वीं कक्षा की स्कूल की पढाई के साथ साथ इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं की विशेष कोचिंग दी जाती है। यह योजना 2011 से चलाई जा रही है। शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कुल 620 विद्यार्थियों ने इस योजना का लाभ लिया। योजना संचालन के लिए प्रतिवर्ष चार करोड़ की राशि एन.एम.डी.सी. की ओर से उपलब्ध करायी जाती है। इस योजना के तहत विद्यार्थियों को निःशुल्क गणवेश और कक्षा के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पुस्तकें उपलब्ध करायी जाती है। इसके अलावा कम्प्यूटर लेब, वाई-फाई विडियो लेक्चर एवं आनलाइन टेस्ट की सुविधा सहित अन्य सहायता उपलब्ध कराई जाती है।