रायपुर। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने प्रदेश में हो रहे असमय बारिश से खरीदी केंद्रों में रखे गए धान को सुरक्षित रखने समुचित उपाय करने के निर्देश दिए हैं। खाद्य विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह ने आज राज्य के सभी कलेक्टरों एवं संचालक छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ और प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक नवा रायपुर को पत्र भेजकर आकस्मिक वर्षा से धान को सुरक्षित रखने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
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खाद्य सचिव द्वारा जारी पत्र के अनुसार राज्य शासन द्वारा धान की सुरक्षा एवं रख-रखाव के लिए समितियों को तीन रूपए प्रति क्विंटल की दर से राशि प्रदान की जाती है। आकस्मिक वर्षा के कारण जिन किसानों ने अपना धान नही बेच पाए हैं, उन्हें धान बेचने के लिए पुनः टोकन जारी किया जाएगा।
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खाद्य सचिव ने धान खरीदी केंद्रों में धान की सुरक्षा के लिए जरूरत के मुताबिक पानी का निकासी और कैप कव्हर से ढक कर रखने, उपार्जित धान को ड्रेनेज के ऊपर स्टेक लगाकर रखने, धान के स्टेक को कैप कव्हर, पॉलीथिन से ढक कर रखने तथा खरीदी केन्द्रों में पानी के निकास हेतु आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. कमलप्रीत ने सभी नोडल अधिकारियों को धान खरीदी केंद्रों में नियमित भ्रमण कर धान के सुरक्षित रख-रखाव, ड्रेनेज एवं कैप कव्हर की व्यवस्था का निरीक्षण कर आवश्यकतानुसार व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
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सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बताया कि प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य पर किसानों से 6 फरवरी तक 70 लाख 19 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। कुल खरीदी गई धान में से 42 लाख 52 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है और 27 लाख 67 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी केंद्रों में उठाव के लिए शेष है।
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वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न भागों में आकस्मिक वर्षा की स्थिति निर्मित हुई है। वर्षा से धान को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।