रायपुर । राज्य में विगत दिनों से बारिश नहीं होने की स्थिति के कारण कृषि पंपों की निर्भरता विद्युत के प्रति लगातार बढ़ रही है। कृषि पंपों के विद्युत भार खरीफ़ की फसल के समय उस समय और अधिक बढ़ जाती है जब वर्षा में ठहराव की अवधि बढ़ती जाती है।
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बीते दिनों से बारिश नहीं होने की स्थिति के कारण कृषि की निर्भरता विद्युत के उपयोग में बढ़ने के कारण राज्य की बिजली की कुल डिमांड 4905 मेगावॉट तक पहुंच गई। जो बीते वर्षों में इस सीजन का अधिकतम रिकॉर्ड है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी के चेयरमेन अंकित आनंद ने बताया कि इस परिस्थिति पर लगातार नज़र रख रही है ताकि उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति बराबर बनी रहे। वर्तमान में राज्य के सभी पावर प्लांट उत्पादन कर रहे हैं , जिससे स्थिति नियंत्रण में है।
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गौरतलब है कि इसके पहले छत्तीसगढ़ में बिजली की डिमांड 4700 मेगावाट तक ही पहुंची थी। पहली बार इतनी अधिक डिमांड बढ़ी है। इसका कारण बारिश नहीं होना है। खेतों में सिंचाई के लिए पंप चल रहे हैं। गर्मी के कारण एसी और कूलर भी उपयोग किये जा रहे हैं। कोरोना में औद्योगिक गतिविधि कम थी, वहां भी पूरी क्षमता से उत्पादन चल रहा है। यही वजह है कि बिजली की मांग बढ़ गई है। प्रदेश के सभी पावर प्लांट पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन कर रहे हैं।
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