जांजगीर-चांपा: जिला प्रशासन की मदद से जम्मू-कश्मीर में बंधक छत्तीसगढ़ के लगभग 8 दर्जन से अधिक लोग अब घर वापसी करेंगे। बंधक मजदूरों में 40 बच्चे भी शामिल थे। बताया गया कि ये सभी मजदूर ईंट भट्ठे में काम करने के लिए जम्मू-कश्मीर गए हुए थे, लेकिन पिछले तीन साल से घर नहीं लौटे थे। इन मजदूरों को ईंट भट्ठा संचालक बंधक बनाकर काम करवा रहा था। अब प्रशासन की मदद से ये सभी मजूदर शनिवार को अपने गांव, अपने परिवार वालों के पास पहुंच गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में रहने वाले कुछ लोग तीन साल पहले काम की तलाश में जम्मू-कश्मीर के रजौली गए हुए थे। राजौली के ईंट भट्ठे में इन्हें काम तो मिल गया, लेकिन संचालक ने मजदूर और उनके बच्चों को बंधक बना लिया। इसके बाद से यू मजदूर यहां पिछले तीन साल से बंधवा मजदूर के तौर पर काम कर रहे थे।
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दिल्ली के एक एनजीओ के माध्यम से जांजगीर जिला प्रशासन को जानकारी मिली थी कि 26 पुरुष, 25 महिला और 40 बच्चों ईंट भट्ठे में बंधक बनाकर काम करवाया जा रहा है। इससे पहले एनजीओ की मदद से सभी मजदूरों को ईंट भट्ठा संचालक से छुड़ाकर दिल्ला लाया गया था। इसके बाद कलेक्टर जेपी पाठक के निर्देश पर टीम दिल्ली गई और बंधक मजदूरों को छत्तीसगढ़ वापस लाया गया।