जबलपुर, मध्यप्रदेश। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में SIT की टीम ने सिटी अस्पताल में दबिश दी है। टीम कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज और इलाज से जुड़े दस्तावेज की जांच कर रही है।
Read More News: घाट पर लाशों का अंबार, कोरोना से मौत के बाद गंगा नदी में बहा दिया शव, अब कुत्ते बना रहे निवाला
बता दें कि आरोपी देवेश चौरसिया के खुलासे के बाद एसआईटी की टीम जांच में जुट गई है। जानकारी के अनुसार एसआईटी की टीम को नकली रेमडेसिविर के मामले में कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। बता दें कि आरोपी देवेश चौरसिया ने मरीजों को 60 नकली इंजेक्शन लगाने की बात कबूली थी। टीम इसी के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
Read More News: भोरमदेव के तालाब में मिली दुर्लभ मछली, सोशल मीडिया पर वायरल हुई ‘सकरमाउथ कैट फिश’ की तस्वीर
राजधानी में तीन आरोपी गिरफ्तार
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले में राजधानी पुलिस ने तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पुलिस ने 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किया गया। कोलार थाना पुलिस के अनुसार आरोपी जेके हॉस्पिटल से इंजेक्शन लेता था। कोलार पुलिस आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है।
जबलपुर में भी 3 आरोपी गिरफ्तार
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले 3 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 2 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी 12-12 हजार रु में इंजेक्शन बेचते थे। क्राइम ब्रांच और ओमती पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीनों आरोपी को दबोचा।