कोरोना वायरस से संक्रमित डॉक्टरों का घर पर होगा इलाज, सफल हुआ प्रयोग तो आम लोगों को भी मिलेगी सुविधा, देखें नियम

कोरोना वायरस से संक्रमित डॉक्टरों का घर पर होगा इलाज, सफल हुआ प्रयोग तो आम लोगों को भी मिलेगी सुविधा, देखें नियम

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  • Publish Date - July 26, 2020 / 02:12 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:25 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ और राजधानी रायपुर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत अब रायपुर में कोरोना वायरस का इलाज घर में ही किया जा सकेगा। जिला प्रशासन की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मरीजों के लिए होम आइसोलेशन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

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पहले इसे सिर्फ डॉक्टरों पर लागू किया जाएगा। अगर ये प्रोजेक्ट सफल हो जाता है, तो कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों को प्रबंधन की सुविधा के अनुसार होम आइसोलेशन करने की अनुमति दी जा सकती है।

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होम आइसोलेशन के लिए मरीज के घर में अलग हवादार कमरा और शौचालय होने पर ही उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी। होम आइसोलेशन के दौरान नियुक्त स्वास्थ्य कर्मी प्रतिदिन मरीज और उनके अटेंडेंट से फोन के माध्यम से संपर्क में रहेंगे। जिन मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। उनके घर में किसी बाहरी ब्यक्ति के आने-जाने पर मनाही होगी।

बता दें कि राजधानी रायपुर में अब कोरोना मरीजों की होम आइसोलेशन सुविधा शुरू होने वाली है। जिला प्रशासन को स्वास्थ्य विभाग ने इसकी अनुमति दे दी गई है। 

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इस पहले C कैटेगरी वाले कोरोना मरीजों को घर में रहकर इलाज की अनुमति देने की बात कही गई है। नियमों के मुताबिक  सी कैटेगरी के मरीज घर में ही रहकर इलाज पा सकेंगे । इसके लिए घर पर उनके अलग कमरा और शौचालय की व्यवस्था रखनी होगी।

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नियमों के तहत मरीज कम लक्षण वाले मरीज ही घरों में रह सकेंगे। आपको बता दें कोरोना मरीजों को A, B और C तीन कैटेगरी में बांटा गया है।

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इनमें से C कैटेगरी के मरीजों में कम लक्षण पाए जाते हैं। इसलिए इन्हें घर पर इलाज कराने की अनुमति मिल गई है।