सुकमा: सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश के वनांचल क्षेत्रों में लागों को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए हाट बाजार क्लिनिक योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम बाजार में आए लोगों की स्वास्थ्य परिक्षण समेत इलाज भी किया जाएगा। लेकिन सरकारी अधिकारी ही इस योजना को लेकर गंभीर नहीं नजर आ रहे हैें। जी हां वनांचल क्षेत्र के हाट बाज़ार क्लिनिक आए दिन बंद पाए जाते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सुकमा कलेक्टर चंदन कुमार सोमवार को दोरनापाल हाट बाजार का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाया कि हाट बाज़ार क्लिनिक बंद। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फोनकर जमकर फटकार लगाई। वहीं, तत्काल मौके पर उपस्थित होने का आदेश दिया। मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग की टीम से चंदन कुमार ने क्लीनिक खुलवाया और निरीक्षण किया। साथ ही व्यवस्था सुधारने का निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना
प्रदेश के आदिवासी और वनांचल क्षेत्रों में अस्तपाल दूर होने के कारण लोगों को नियमित रूप स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया नही हो पा रही थी। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का हाट-बाजारोें में आना जाना लगा रहता है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया कि हाट-बाजारों मेें ही मेडिकल टीम भेजकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी जाए। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बीते जून माह से बस्तर और वनांचल के जिलों में लगने वाले स्थानीय हाट-बाजारों में प्रारंभ किया गया। यहां स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीम, चिकित्सकों और आवश्यक उपकरणों सहित पहंुचकर न केवल लोगों का ईलाज कर रही हैं बल्कि रक्त परीक्षण सहित अन्य पैथोलॉजी जांच भी मौके पर करके लोगों को निःशुल्क दवा प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का प्रदेश के वनांचल और दूरस्थ क्षेत्रों में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। साप्ताहिक हाट बाजारों में दी जा रही इलाज की सुविधा से इन क्षेत्रों में 5 से 10 गुना ओ.पी.डी. बढ़ गई है। इसे देखते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150 वीं जयंती आगामी 2 अक्टूबर से इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है।
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