भोपाल: मध्यप्रदेश में प्रशासनिक मशीनरी में कसावट लाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कोशिशें लगातार जारी है। इस सिलसिले में सोमवार को मुख्यमंत्री ने कलेक्टर, कमिश्नर,एसपी और आईजी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूरे प्रदेश का हाल जाना। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अच्छे काम करने वाले अधिकारियों की तारीफ भी की, तो लापरवाही और खराब प्रदर्शन के लिए बैतूल और नीमच कलेक्टर को हटा दिया। वहीं निवाड़ी और गुना एसपी पर भी गाज गिरी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चौथी पारी में ये छठवां मौका था जब उन्होंनें प्रदेश के आला अधिकारियों से पूरे प्रदेश की स्थिति पर चर्चा की। दरअसल मुख्यमंत्री लगातार दौरे करके जमीनी हकीकत तो जान ही रहे हैं। उनका जोर इस बात पर भी है कि सरकारी योजनाओं का फायदा आखिरी व्यक्ति तक पहुंचे और इसके लिए ही वो लगातार अधिकारियों से संवाद में जुटे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अगर हम सख्त रहेंगे तो कोई गड़बड़ी नहीं करेगा, यदि ढील दी गई तो गड़बड़ी की संभावना बढ़ जाती है, अफसरों की तैनाती करके फॉलोअप किया जाए और गड़बड़ी करने वालों को सज़ा दिलाई जाए। साथ ही जनता और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से स्वच्छता के तय मानकों को प्राप्त करना जरुरी है। अधिकारियों को जनता और जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर नवाचार करना चाहिए।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को आंकड़ों के जरिए कार्रवाई की जानकारी भी दी। अवैध परिवहन की रोकथाम के लिए 461 FIR दर्ज की गई। जनवरी में 695 गुंडो पर कार्रवाई की गई जिसमें से 37 पर NSA लगाया गया, 137 अवैध अतिक्रमण तोड़े गए, 19 करोड़ रुपए की राशि जमा की गई औऱ 13.94 करोड़ की भूमि मुक्त कराई गई। पिछले महीने मिलावटखोरों पर 204 FIR दर्ज की गई, 28 पर NSA लगाया गया, 94 प्रतिष्ठान सील किए गए, 78 के लाइसेंस रद्द, 6 अवैध फैक्ट्रियां तोड़ी गई। दिसंबर से अब तक जिलों में 197 रोजगार मेलों के जरिए 53 हजार 329 आवेदकों को रोजगार दिया गया। 46 जिलों में गड़बड़ी करने वाले 507 उर्वरक विक्रेताओं के पंजीयन निलंबित 170 उर्वरक विक्रेताओं के पंजीयन निरस्त किए गए।मुख्यमंत्री मंत्रालय में बैठकर अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे लेकिन बाहर सियासत भी जारी रही।
वैसे इन दिनों मुख्यमंत्री की कार्यशैली थोड़ी बदली दिख रही है, जहां पहले उन पर अफसरशाही हावी होने के आरोप लगते थे वहीं नई पारी में सीएम ने अधिकारियों पर पूरी पकड़ बना रखी है।
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