रायपुरः केंद्र सरकार ने केरोसिन के कोटे में कटौती कर छत्तीसगढ़ सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इस संबंध में शनिवार को सीएम भूपेश बघेल ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है। पत्र में बस्तर और छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्र जहां सुविधाओं का आभाव है इन क्षेत्रों का हवाला देते हुए सीएम भूपेश बघेल ने लिखा है कि वनांचल और जनजाति क्षेत्रों में रिफिलिंग की सुविधा नहीं होने के चलते यहां के निवासी सिलेंडर नहीं भरवा सकते। इन मुद्दों को ध्यान रखकर छत्तीसगढ़ को अन्य राज्यों की तरह ही केरोसिन का आबंटन किया जाए।
इससे पहले केंद्र सरकार ने केरोसिन के कोटे में कटौती करने संबंध में यह तर्क दिया था कि जिन हितग्राहियों को उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर का वितरण किया जा चुका है, उन्हें केरोसिन का वितरण न किया जाए। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि बस्तर और प्रदेश के अन्य जनजाति क्षेत्रों में रिफिलिंग पॉइंट का आभाव है। ऐसे में यहां के लोगों को केरोसिन पर ही निर्भर रहना होता है।
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ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने बीते दिनों छत्तीससढ़ को आबंटित किए जाने वाले केरोसिन के कोटे में कटौती करने का फैसला लिया था। केंद्र सरकार ने पहली तिमाही में छत्तीसगढ़ को 28764 किलोलीटर केरोसिन का आबंटन किया था, लेकिन दूसरी तिमाही के लिए पेट्रोलियम मंत्रालय ने 17880 किलोलीटर आबंटन तय किया है। देखा जाए तो पहली तिमाही और दूसरी तिमाही के आबंटन में 38 फीसदी का अंतर है। बता दें इससे पहले केंद्र सरकार ने चांवल के कोटे में कटौती की थी, जिसका असर प्रदेश में चल रहे दाल-भात केंद्रों में देखा गया।