सीएम भूपेश बघेल बोले- आपसी विवाद को धर्म परिवर्तन का नाम न दें, नेता प्रतिपक्ष ने कहा- ऐसी गतिविधियों पर रोक लगे

सीएम भूपेश बघेल बोले- आपसी विवाद को धर्म परिवर्तन का नाम न दें, नेता प्रतिपक्ष ने कहा- ऐसी गतिविधियों पर रोक लगे

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  • Publish Date - November 25, 2020 / 06:18 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:54 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में धर्म परिवर्तन को लेकर जमकर विवाद हुआ। स्थानीय लोगों के मुताबिक कुछ युवक माइक और प्रचार सामग्री के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासियों को पैसे और नौकरी का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से प्रचार का माइक और पोस्टर भी पुलिस ने जब्त किया है।

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दरअसल रामानुजगंज के ग्राम पंचायत पुरानडीह गांव में चार युवक माइक और धर्म प्रचार के पोस्टर बैनर के साथ एक गांव में पहुंचे। लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने की जानकारी जब स्थानीय लोगों को लगी तो वो भी गांव में पहुंचे। युवकों को मना करने पर उनके साथ झड़प भी हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक ग्रामीणों को पैसे और नौकरी का दिलाने का प्रलोभन दे रहे थे, साथ ही उन्हें कोरोना बीमारी ठीक होने का लालच भी दे रहे थे। बीजेपी का कहना है कि पहले ऐसे मामलों में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन अब एक बार फिर बढ़ गए हैं।

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अश्विनी गुप्ता ने बताया कि रामानुजगंज के पुरानडीह गांव के कूड़ाकु पारा में धर्म परिवर्तन का काम चल रहा था चार युवक इस काम को कर रहे थे जैसे ही हम लोग को सूचना मिली हम लोग तत्काल मौके पर पहुंचे और एक भोले-भाले परिवार को धर्म परिवर्तन कराने से रोके ग्रामीणों को प्रलोभन दिया जा रहा था।

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बीजेपी जिलाध्यक्ष गोपालकृष्ण मिश्र ने इस मामले को लेकर कहा है कि इस जिले में धर्म परिवर्तन का काम सालों से चल रहा है। साल 1993 में दिलीप सिंह जूदेव के नेतृत्व में मैंने 500 लोगों की घर वापसी कराई थी। आदिवासी परिवारों को निशाना बनाया जाता है और उन्हें काफी प्रलोभन भी दिया जाता है। नौकरी, पैसे और अन्य चीजों का उन्हें प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। यह ग्रामीण भोलेपन का शिकार हो जाते हैं। इसमें शासन को कार्रवाई करने की जरूरत है।

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मौके पर पहुंची रामानुजगंज पुलिस की टीम ने उनसे पूछताछ कर माइक और प्रचार के दूसरे सामान जब्त कर लिए। साथ ही चारों आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया। इस मामले में एडिशनल एसपी का भी कहना है कि जब्त सामग्री को देखते हुए ये धर्म परिवर्तन का मामला लग रहा है।

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एडिशनल एसपी प्रशांत कतलम ने बताया कि धर्म परिवर्तन कराने की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और वहां पर 4 युवकों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की जा रही है। इनके पास से प्रचार सामग्री माइक चोंगा वह अन्य चीज जप्त की गई है। कार्रवाई की जा रही है। हालांकि मुख्यमंत्री ने इसे आपसी विवाद का मामला बताया है। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के लोग शांति बनाए रखें और बातचीत के माध्यम से इसे हल करें। जबकि बीजेपी का कहना है कि धर्म परिवर्तन की आड़ में चल रही गतिविधि पर रोक लगनी चाहिए।

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